नई दिल्ली। दिल्ली में यदि अचानक कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने के लिए 24 घंटे में कोविड-19 बेड की संख्या दोगुनी से अधिक बढ़ाई जा सकती है। जरूरत पड़ने पर अस्थायी अस्पताल भी खड़े किए जा सकेंगे। मंगलवार को कोरोना के इलाज के लिए मॉक ड्रिल कर चिकित्सकीय सुविधाओं की समीक्षा की गई। इस दौरान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), सफदरजंग, डॉ. राम मनोहर लोहिया, लेडी हार्डिंग, लोक नायक, जीटीबी, डीडीयू सहित अन्य अस्पतालों में कोविड सुविधाओं का जायजा लिया गया।
मंगलवार सुबह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया सफदरजंग अस्पताल पहुंचे और सुविधाओं का जायजा लिया। इस मौके पर अस्पताल के निदेशक डॉ. बीएल शेरवाल ने कहा कि कोरोना मरीजों के लिए 42 बेड आरक्षित किए गए हैं। इनमें ऑक्सीजन सुविधा, आईसीयू बेड व अन्य सुविधाएं हैं। जरूरत पड़ने पर बेड की संख्या बढ़ाई जा सकेगी।
डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में वरिष्ठ डॉक्टर पुलिन गुप्ता ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान डॉ. जितेंद्र प्रसाद ने अस्पताल में आकर कोविड सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों के लिए वार्ड में 40 बेड की सुविधा है। कोविड आईसीयू में आठ बेड, अन्य जगह पर 26 बेड व चार आईसीयू भी हैं। यदि जरूरत पड़ती है तो एक वार्ड 24 घंटे में कोरोना मरीजों के लिए तैयार कर देंगे।
वहीं एम्स में कोरोना मरीजों के लिए व्यवस्था की जा रही है। जरूरत पड़ने पर ब्लॉक में सुविधा बढ़ाई जाएगी।
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दिल्ली सरकार के अस्पताल भी तैयार
दिल्ली में यदि कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो इससे निपटने के लिए दिल्ली के सभी अस्पताल पूरी तरह से तैयार हैं। मंगलवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने लोकनायक अस्पताल में कोरोना से निपटने संबंधित तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल के निदेशक व डॉक्टरों के साथ अस्पताल में उपलब्ध कोरोना बेड, आईसीयू बेड, मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता, डॉक्टर्स तथा अन्य मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ की जरूरत ट्रेनिंग सहित अन्य का जायजा लिया। साथ ही अस्पताल प्रशासन को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश दिया।
बता दें कि अस्पताल में दो हजार में से 450 बेड्स कोरोना के लिए आरक्षित किए गए है। जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है। पिछले लहर में यहां 25 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमितों का इलाज हुआ था। इस मौके पर सिसोदिया ने कहा कि अस्पताल कोरोना से लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहे है और आगे किसी भी स्थिति के लिए हमारे अस्पताल पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा लोकनायक अस्पताल में कुल दो हजार बेड्स है जिसमें से अभी 450 बेड्स कोविड के लिए आरक्षित किए गये है। जरुरत पड़ने पर हम पिछली बार की तरह अस्पताल व उसके आस-पास के संसाधनों का उपयोग करते हुए कोविड बेड्स की संख्या को कई हजार तक बढ़ा सकते है।
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नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी
दिल्ली में यदि मामले बढ़ते हैं तो दूसरी लहर की तरह ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी। दिल्ली के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए प्लांट लगाए गए हैं। इसके अलावा टैंकर की भी व्यवस्था की गई है। लोकनायक अस्पताल में पिछले बार के मुकाबले तीन गुना क्षमता बढ़ा दी गई है। पांच पीएसए प्लांट भी लगाए गए है।
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पांच मिनट में शुरू हो जाएगा उपचार
सिसोदिया ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए हाई टेक व्यवस्था की जा रही है। इस बार अस्पताल की तैयारी इस स्तर की है कि किसी मरीज के आने के पांच मिनट के भीतर उसे अस्पताल में निर्धारित स्थान जहां उसे इलाज की जरूरत है ,पहुंचा दिया जायेगा और उसका ट्रीटमेंट शुरू हो जायेगा।
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25 हजार तक बढ़ा सकते हैं बेड
सिसोदिया ने कहा कि जरूरत पड़ने पर दिल्ली में 25 हजार बेड की व्यवस्था की जा सकेगी। अभी अस्पतालों में 8200 कोविड बेड आरक्षित है।
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