‘‘मेरा “आप” को लेकर नहीं, देश को लेकर विज़न है:अरविंद केजरीवाल

- ‘‘आप’’ की 11वीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बोले अरविंद केजरीवाल

नई दिल्ली। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में दिल्ली में रविवार को आम आदमी पार्टी की 11वीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। इस बैठक में आप की उपलब्धियां गिनाई गई और देश में बढ़ती महंगाई-बेरोजगारी और चीन की आक्रमकता के खिलाफ संकल्प लिया गया। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा आम आदमी पार्टी को लेकर नहीं, देश को लेकर विज़न है। देश के उस विज़न को पाने के लिए आप एक ज़रिया है। हम ऐसा देश चाहते हैं जहां कोई भूखा न सोए। गरीब को भी अच्छी शिक्षा-स्वास्थ्य मिले व अमीर बने और भारत शिक्षा का हब बने। जाति-धर्म के नाम पर हिंसा न हो। जिस देश के लोग इकट्ठा होकर काम नहीं करेंगे, वो देश आगे बढ़ ही नहीं सकता। उन्होंने आगे कहा कि हमारे देश के जवान चीन की सीमा पर डटकर सामना कर रहे हैं, लेकिन इधर भाजपा की केंद्र सरकार की क्या मज़बूरी है कि वो चीन से व्यापार बढ़ाती जा रही है? ये भारतीयों को भगा रहे हैं और चीन वालों को गले लगा रहे हैं। चीन से आने वाला 90 फीसद माल भारत में बन सकता है। मैं देश के लोगों से चीन के सामान का बॉयकॉट करने की अपील करता हूं। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लोग महंगाई से बहुत परेशान हैं। देश में महंगाई की दर 7 फीसद है। सबसे ज्यादा महंगाई दर भाजपा शासित गुजरात, मध्यप्रदेश और यूपी में है, जहां महंगाई दर 8 फीसद है। वहीं, दिल्ली में महंगाई दर सिर्फ 4 फीसद है। देश में सबसे सस्ता शहर दिल्ली है, क्योंकि यहां सरकार जनता के लिए काम करती है।
दिल्ली में रविवार को आम आदमी पार्टी की 11वीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की। बैठक में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, पंजाब के सीएम भगवंत मान, राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, आप दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय समेत 32 कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित रहे। बैठक की शुरुआत सभी सदस्यों की एक-दूसरे से परिचय के साथ हुई। बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की गई। बैठक के अंत में देश भर में बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी और चीन की आक्रमकता के खिलाफ संकल्प लाया गया।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय परिषद बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि यह साल आम आदमी पार्टी के लिए बहुत अच्छा रहा। पिछले एक साल में हम पंजाब का चुनाव जीते, गोवा में हमारे दो विधायक बने और अभी गुजरात के चुनाव में हम लोगों को शानदार सफलता मिली। गुजरात के सिलसिले में एक व्यक्ति ने मुझे कहा कि गुजरात में तो आप बैल से दूध निकाल कर ले आए हैं। गाय से दूध तो सारे निकालते हैं, हम बैल से दूध निकाल कर ले आए हैं। गुजरात में हम लोग पहली बार चुनाव लड़े और पहली बार में ही हमें करीब 14 फीसद वोट मिला और 5 एमएलए बने। कई मीडिया के लोग पूछते हैं कि गुजरात में आप की सरकार नहीं बनी! आज तक भारत के इतिहास में कभी नहीं हुआ होगा कि पहली बार कोई पार्टी चुनाव लड़ी और उसकी सरकार बन जाए। लेकिन हमारे से उनको आदत पड़ गई है कि ये चुनाव लड़ रहे हैं तो सरकार बनेगी ही। 2027 में गुजरात में हमारी सरकार जरूर बनेगी। हम लोग एमसीडी का चुनाव जीते, इसके लिए सभी लोगों को बहुत-बहुत बधाई। पिछले 15 साल से इन लोगों का एलसीडी पर कब्जा था। इसके साथ ही हमारी 10 साल की आम आदमी पार्टी अब राष्ट्रीय पार्टी बन गई है। इसके लिए सभी कार्यकर्ताओं को बहुत बहुत बधाई। यह भी बड़ी बात है कि इतने कम समय के अंदर आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन गई है। देश में शायद आम आदमी पार्टी इकलौती ही पार्टी है कि पार्टी बनते ही एक साल के अंदर दिल्ली में हमारी सरकार बन गई। उसके बाद 10 साल के अंदर दूसरे राज्य पंजाबी सरकार बन गई और 10 साल के अंदर आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन गई। इसका सबसे बड़ा कारण हमारी विचारधारा और हमारा काम है। हम जनता और देश की बातें कर रहे हैं। देश की राजनीति में एक तरफ से ताजी हवा का झौंका आया है। लोग इन पार्टियों से तंग आ गए थे।
एक तरफ हमारे सैनिक चीन बॉर्डर अपनी जान दे रहे हैं और दूसरी तरफ भारत सरकार चीन से और माल खरीद रही है: अरविंद केजरीवाल
आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक अहम मुद्दा है, जो देश के हर आदमी को पीड़ा दे रहा है। जिस तरह से पिछले कुछ सालों में चीन हम लोगों को आंखें दिखा रहा है। जिस तरह से चीन हमारे उपर छोटे-बड़े हमले कर दे रहा है। बॉर्डर पर हमारे देश के जवान डट कर मुकाबला कर रहे हैं। अपनी जान तक दे दे रहे हैं। इसके बावजूद सुनने में आता है कि चीन कहीं पर इतने किलोमीटर अंदर घुस आया। वहीं, भारत सरकार कहती है कि सब ठीक है। सोशल मीडिया में आता है कि सरकार ठीक नहीं बोल रही है। अब एक तरफ चीन हमें आंखें दिखा रहा है और हमारा सैनिक चीन का डट कर मुकाबला कर रहा है। अपनी जान तक दे रहा है। कई सैनिकों की जान चली गई है। वहीं, दूसरी तरफ मैं देख रहा था कि चीन को हम इसका इनाम देते जा रहे हैं। भाजपा की केंद्र सरकार को पता नहीं क्या हो गया है कि चीन को सजा देने और उनकी आंख में आंख डाल कर जवाब देने के बजाय हम चीन से और सामान खरीद रहे हैं। 2020-21 में हमने 65 बिलियन डॉलर का चीन से माल खरीदा है। मोटे तौर करीब 5.25 लाख करोड़ रुपए का सामान भारत ने चीन से खरीदा। चीन ने और आंख दिखाई, तो भाजपा की केंद्र सरकार ने अगले 95 बिलियन डॉलर (करीब 7.50 लाख करोड़ रुपए) का चीन से सामान खरीदा। केंद्र सरकार को तो यह कहना चाहिए था कि ठीक से रहो, नही ंतो हम सामान खरीदना बंद कर देंगे। हमें तो उनको सजा देनी चाहिए थी। चीन से और माल खरीदने की भाजपा की और केंद्र सरकार की क्या मजबूरी है? एक तरफ हमारे सैनिक चीन बॉर्डर अपनी जान दे रहे हैं और दूसरी तरफ भारत सरकार चीन से और माल खरीद रही है। क्यों? क्या हमारे सैनिकों की जान की कोई कीमत नहीं है? चीन से कपड़े, चप्पलें, खिलौने, चश्में आयात किए जा रहे हैं। यह सारा सामान तो भारत भी बना सकता है। भारत के अंदर इसको बनाने की बजाय सारा सामान चीन से खरीद रहे हैं। इन लोगों की कुछ तो मजबूरी है। इनको हमारे सैनिकों की जान की भी परवाह नहीं है। ये कहते हैं कि चीन से माल सस्ता आता है। हमें इनका सस्ता माल नहीं चाहिए। हम भारत का माल खरीद लेंगे, चाहे कितने में भी बनें। हमारे भारत के लोग कट्टर देशभक्त हैं। हमारे लिए अपने सैनिकों की जान की कीमत है। हमें चीन का सस्ता माल नहीं चाहिए। अगर दोगुनी कीमत में भी हमारे देश में माल बनेगा, तो हम अपने देश से दोगुनी कीमत पर माल खरीद लेंगे लेकिन चीन से माल खरीदना बंद करो।
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