नई दिल्ली। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने रविवार को मुनुगोड विधान सभा क्षेत्र में आयोजित चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली के दलालों ने हमारे विधायकों को खरीदना चाहा लेकिन चारो विधायकों ने उन्हें करारा जवाब दिया है। इन मध्यस्थों को विधायक खरीदने के लिए धन किसने दिया? इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए। इसके पीछे जिनका हाथ है, उन्हें सत्ता में बने रहने का हक नहीं है। मुनुगोड विधान सभा उपचुनाव तीन नवंबर को होगा। उन्होंने कहा कि आरएसएस के नेता तेलंगाना के स्वाभिमान को खरीदने के लिए हैदराबाद आए, लेकिन अब चंचलगुडा जेल में हैं। केसीआर ने मुनुगोड के मतदाताओं से अपील की कि अपने वोट का बुद्धिमानी से उपयोग करें। हमारे देश में चार लाख मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता है लेकिन मात्र दो लाख मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है। तेलंगाना को छोड़कर, देश में कहीं भी चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति नहीं है।
केसीआर ने केन्द्र सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि तेलंगाना में चावल नहीं खरीदने वाली मोदी सरकार सैकड़ों करोड़ मे विधायक खरीद रही है। उन्होने प्रश्न किया कि पेट्रोल, डीजल और जरूरी चीजों के दाम किसने बढाए? रूपए के अवमूल्यन के लिए कौन जिम्मेवार है? मुख्यमंत्री केसीआर ने कहाकि केंद्र द्वारा 5 % जीएसटी लगाए जाने के बाद हथकरघा बुनकरों को बीजेपी को वोट क्यों देना चाहिए? दिल पर हाथ रखकर सोचें। सीएम केसीआर ने टीआरएस के चार विधायकों की सराहना की जिन्होंने 100 करोड़ के प्रस्ताव के बावजूद पार्टी बदलने से इनकार कर दिया और जो तेलंगाना में सच्चाई से खड़े रहे।
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तेलंगाना का स्वाभिमान बिकाऊ नहीं: सीएम केसीआर
यह घोषणा करते हुए कि तेलंगाना का स्वाभिमान बिक्री के लिए नहीं है। तेलंगाना राष्ट्र समिति (अब भारत राष्ट्र समिति) पार्टी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने रविवार को टीआरएस के चार विधायकों को खरीदने के लिए गुप्त ऑपरेशन में बड़े लोगों की संलिप्तता की विस्तृत जांच की मांग की। केसीआर ने टीआरएस के चारो विधायकों की सराहना करते हुए कहा कि यह तेलंगाना का स्वाभिमान है। इन चारों विधायकों ने दिल्ली के दलालों के 100 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को लात मारी और तेलंगाना का स्वाभिमान का झंडा हिमालय तक फहराया। राजनीति को ऐसे नेताओं की जरूरत है। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि नरेंद्र मोदी के अलावा किसी अन्य प्रधान मंत्री ने हथकरघा पर जीएसटी नहीं लगाया और बुनकरों से अपने वोटों से भाजपा को सबक सिखाने का आग्रह किया।
मुनुगोड़े में आयोजित रैली में बोलते हुए के चंद्रशेखर राव ने कहा कि हथकरघा पर पांच प्रतिशत जीएसटी बुनकर समुदाय पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है, इसके अलावा उन पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ डाल रहा है। हमने हस्तकरघा बजट को सत्तर करोड़ से बढ़ाकर दो सौ करोड़ किया है। हम रायथू बंधु दे रहे हैं तो मोदी कहते हैं कि मुफ्त उपहार मत दो। मोदी ने कारपोरेट कंपनियों को चौदह हजार करोड़ रूप दिया है। इन कट्टरपंथियों को नहीं निकाला गया तो देश नहीं सुधरेगा।
केसीआर ने कहा कि मुनुगोड़े में सभी बुद्धिजीवियों, छात्रों, युवाओं, महिलाओं और कलाकारों को इन पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा सरकार इस मांग पर विचार नहीं करती, तब तक प्रधानमंत्री से पांच प्रतिशत जीएसटी खत्म करने की मांग का पोस्टकार्ड आंदोलन जारी रहना चाहिए। उपचुनाव में बुनकरों के परिवारों का एक भी वोट भाजपा के पक्ष में नहीं जाना चाहिए। गधे को दूध पिलाना अनुचित है।
केसीआर ने कहा कि लोगों को अपने वोट का उपयोग सावधानी से करना चाहिए और झूठे आश्वासनों के बहकावे में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि वोट का इस्तेमाल समाज की भलाई के अलावा देश की समृद्धि और विकास सुनिश्चित करने के लिए एक हथियार के रूप में किया जाना चाहिए।