नई दिल्ली। अब हमारी निडर बेटियां आपातकालीन परिस्थितियों में स्वयं को सुरक्षित रखने में समर्थ हैं। वह आत्मरक्षा के गुर सीख रही हैं। जिससे वह अपनी रक्षा ख़ुद करने में सक्षम होंगी। दिल्ली के ग़ैर-सरकारी संगठन सर्व हितम् मानव सेवा संस्थान द्वारा ‘निडर बेटियांÓ मुहिम के तहत सेल्फ-डिफेंस पर एक वेबिनार आयोजित किया गया।
वेबिनार में चर्चित एवं वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सोनल गोयल बतौर मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुईं। साथ ही ताईक्वांडो एसोसिएशन मुंबई के सेक्रेटरी विजय वि_ल काम्बले ने भी वेबिनार में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि बेटियों को हर परिस्थिति में अपना आत्मविश्वास एवं मनोबल बनाये रखना चाहिए जिससे आधी लड़ाई पहले ही जीती जा सकती है। आईएएस सोनल ने कहा कि बेटियां अब सेल्फ-डिफेंस सीख रही हैं। ताकि स्कूल आते- जाते समय या बाज़ार में मनचलों से बचने की बजाय उन्हें सबक़ सिखा सकें, उन्हें मुंह तोड़ जवाब दे सकें।बेटियों को कराटे, ब्लॉकिंग, हैंड मूवमेंट, जैसी ट्रेनिंग्स के साथ आत्मरक्षा का पाठ पढ़ाया जा सकता है। जब हमारी बेटियां सुरक्षित होंगी तभी हमारा समाज भी सुरक्षित होगा। आईएएस सोनल गोयल का मानना है कि स्कूल से ही बच्चों को एक अच्छा नागरिक बनाने के लिए उनमें आत्मविश्वास, इच्छाशक्ति बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें आत्मरक्षा के गुर भी सिखाना बेहद ज़रूरी है ताकि वह अपनी रक्षा ख़ुद कर सकें। 2008 बैच की आईएएस ऑफिसर सोनल फ़िलहाल त्रिपुरा सरकार में सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत हैं। सोनल अक्सर समाज और महिलाओं के मुद्दों पर मुखर रहती हैं। बख़ूबी अपने प्रशासनिक सेवा के दायित्वों को निभाते हुए समाज के सुधार के लिए हर संभव प्रयास करती हैं। सोनल बीते दिनों सर्व हितम् मानव सेवा संस्थान द्वारा आयोजित कई सेल्फ-डिफेंस कार्यक्रम में हिस्सा लेती रही हैं और बेटियों को आत्मरक्षा के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करती आ रही हैं। सोनल युवाओं की रोल मॉडल के तौर पर जानी जाती हैं। जिसके चलते सोशल मीडिया पर लाखों लोग उन्हें फॉलो करते हैं और उनसे प्रेरणा लेते हैं।