नई दिल्ली। दिल्ली की जलमंत्री आतिशी ने कई इलाकों में पानी की किल्लत होने की आशंका जताई है। ऐसा न हो इसके लिए उपराज्यपाल से हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने आशंका जताया है कि जल बोर्ड से संबंधित कार्य पूरे करने में फंड की कमी होने से ठेकेदार काम बंद करने वाले हैं।
आतिशी के अनुसार, दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव नरेश कुमार के कहने पर वित्त सचिव आशीष वर्मा ने अगस्त से जल बोर्ड के सारे फंड को बंद कर दिया है। मंत्री ने कहा कि वित्त मंत्री के लिखित आदेश के बाद भी वित्त सचिव फंड जारी नहीं कर रहे. इसके चलते जल बोर्ड के पास सैलरी और रूटीन कामों के लिये भी पैसे नहीं हैं। सभी ठेकेदारों ने काम करने से मना कर दिया है। आने वाले दिनों में कई इलाकों में पानी की भारी किल्लत, गंदा पानी और सीवर ओवरफ्लो हो सकता है। यह एक इमरजेंसी जैसे हालात हैं, इसलिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना को मामले में तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।
आपूर्ति बढ़ाने के लिए काम:
दिल्ली जल बोर्ड 990 मिलियन गैलन पर डे एमजीडी पानी की आपूर्ति करता है। दिल्ली में 15300 किलोमीटर पानी की पाइप लाइन बिछाई गई है और जहां पानी की पाइप लाइन नहीं है वह 1200 टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है। दिल्ली में गर्मी के दस्तक देने के साथ ही पानी की समस्या शुरू हो जाती है। इस बार ऐसा ना हो इसलिए दिल्ली जल बोर्ड ने अपने स्तर से समर एक्शन प्लान तैयार किया था। दिल्ली में पानी की आपूर्ति बढ़ाने के लिए दिल्ली जल बोर्ड द्वारा भूजल की बढ़ोतरी का काम चल रहा है। इसमें उचित जल स्तर वाले क्षेत्रों में नलकूपों, झीलों में अच्छी गुणवत्ता वाले पानी का भंडारण, छह स्थानों पर आरओ संयंत्रों से निकासी आदि शामिल है।