दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के मौजूदा प्रबंधकों के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन
नई दिल्ली। शिरोमणि अकाली दल दिल्ली इकाई सहित अन्य सिख संगठनों ने कथित 10,000 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मनजिंदर सिंह सिरसा और हरमीत सिंह कालका के खिलाफ कमेटी के कार्यालय के बाहर रोष प्रदर्शन किया।
इस मौके पर विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने कहा कि 10000 हजार करोड़ हवाले का पैसा, 34 किलो सोना व 28000 डॉलर इन्होंने खुर्द-पुर्द किए हैं तथा हवाले का जो पैसा इन्होंने प्रसारित किया है इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से होनी चाहिए व इन पर तुरंत ई.डी कार्रवाई होनी चाहिए। संगत इन्हें तिहाड़ जेल में देखना चाहती है क्योंकि यह लोग सेवा करने के लायक नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि एक समय हमारे पूर्वजों ने गुरुधामों को महंतों से मुक्त कराया था, लेकिन आज सिरसा,कालका,काहलों महंतों से भी बत्तर हैं जिन्होंने न केवल नैतिकता को नष्ट कर दिया है, बल्कि गुरुघरों की संपत्तियों को भी नष्ट करने में लगे हुए हैं। इन लोगों ने हमारे गुरु घरों को हवाले के कारोबार का ज़रिया बनाकर हरेक सिख के हृदय को चोट पहुंचाई है व समूची सिख कौम का सिर शर्म से झुका दिया है।
इस मौके पर दिल्ली से शिरोमणि अकाली दल के महासचिव स. अवतार सिंह कालका ने कहा कि हरमीत सिंह कालका को बिना किसी देरी के अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। क्योंकि इन सभी घोटालों में हरमीत सिंह कालका भी बराबर का दोषी है।
इस दौरान जागो पार्टी के अध्यक्ष ने मनजीत सिंह जीके और शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के अध्यक्ष स. करतार सिंह विक्की चावला व शिरोमणि अकाली दल की महिला विंग की अध्यक्ष बीबी रणजीत कौर ने भी प्रदर्शन को संबोधित करते हुए अपने विचार व्यक्त किए।
प्रदर्शन में अन्य लोगों के अलावा स. बलदेव सिंह रानी बाग, स. तजिंदर सिंह गोपा, अनुप सिंह घुम्मन, जितिंदर सिंह सोनू, परमजीत सिंह राणा, सतनाम सिंह खीवा सभी दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के सदस्य रमनदीप सिंह सोनू, , डॉ. पुनप्रीत सिंह, मनमोहन सिंह , अमृत सिंह कानपुरी, डॉ. परमिंदरपाल सिंह एमएन, अवतार सिंह कालका सहित बड़ी संख्या में अकाली कार्यकर्ता व संगत मौजूद रही।