पीर पैग़म्बर और ऋषि मुनियों के दरबार से बिना धार्मिक भेदभाव के सभी को लाभ पहुंचता है: इमरान हुसैन

नई दिल्ली। महबूब-ए-इलाही हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया के 720वें पांच दिवसीय उर्स शरीफ के समापन समारोह में दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री इमरान हुसैन बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस मौक़े पर दरगाह हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया के चीफ इंचार्ज सैय्यद काशिफ़ अली निज़ामी द्वारा देश में अमन शांति और आपसी सौहार्द के लिए ख़ास दुआ की गई। साथ ही सैय्यद काशिफ़ अली निज़ामी द्वारा मेहमानों की दस्तारबंदी भी की गई।
इस अवसर पर विधायक प्रवीण कुमार, उर्स कमेटी दिल्ली सरकार के चेयरमैन एफआई इस्माइली, दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन ज़ाकिर ख़ान, निगम पार्षद समीर अहमद, सर्व समाज राष्ट्रीय महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ताहिर सिद्दिकी, फ़ेस समूह के चेयरमैन डॉक्टर मुश्ताक़ अंसारी, सियासी तक़दीर के ग्रुप एडिटर मुस्तक़ीम ख़ान, नेहरू विहार ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अलीम अंसारी, पूर्व पार्षद रमेश पंडित, सीनियर जर्नलिस्ट मारूफ़ रज़ा, आम आदमी पार्टी के ज़िला सचिव वकार चौधरी, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी मानवाधिकार एवं विधिक प्रकोष्ठ के महासचिव हरीश गोला एडवोकेट, ऑल हंडिया एजुकेशन मोमेंट सचिव मोहम्मद इलयास, कांग्रेस नेता तारिक़ सिद्दिकी, समाज सेवी लईक अंसारी,फिक्की के सचिव सलीम अंसारी,डॉल्फिन फुटवियर के सीएमडी सैय्यद फ़रहत अली, साईं सहारा समिति के अध्यक्ष अशोक निठारी, महमूद हसन एमपी, नियाज़ मंसूरी आदि गणमान्य व्यक्तियों ने भी महबूब-ए-इलाही दरबार में अपनी हाज़िरी लगाई।
उर्स के दौरान बहुत ही खूबसूरत नज़ारा देखने को मिला। पूरे दरगाह परिसर को फूलों और लाइटों से सजाया गया था, जहां जगह-जगह लंगर और कव्वालियों का एहतमाम दरगाह कमेटी द्वारा किया गया था। हमेशा की तरह सभी धर्म के मानने वालों को यहां देखा गया। कुल मिलाकर आपसी सौहार्द का बेहतरीन माहौल दरगाह परिसर में देखने को मिला। क़व्वालियों का लुफ्त लेते भी जायरीन को देखा गया।
इस अवसर पर मंत्री इमरान हुसैन ने कहा कि पीर पैग़म्बर, ऋषि मुनियों के दरबार से सभी सवालियों को बिना किसी धार्मिक भेदभाव के फ़ायदा पहुंचता है। मैंने भी महबूब-ए-इलाही के दरबार में पूरे देश की तरक्क़ी व ख़ुशहाली के लिए दुआ मांगी।
विधायक प्रवीण कुमार ने कहा कि बाबा के दरबार में मेरी आज कोई पहली हाज़िरी नहीं है। उन्होंने कहा कि जो आपसी सौहार्द और भाईचारे का वातावरण यहां दरगाह परिसर में देखने को मिलता है, ऐसा ही माहौल पूरे देश में होना चाहिए। तभी सही मायनों में हमारा देश प्रगति के पथ पर अग्रसर देश कहलाएगा।
सैय्यद काशिफ़ अली निज़ामी ने कहा कि हमेशा की तरह इस वर्ष भी देश के विभिन्न राज्यों सहित विदेशों से भी जायरीन अपनी मुरादें लेकर महबूब-ए-इलाही के दरबार में पहुंचे। हज़ारों की संख्या में प्रतिदिन यहां ज़ायरीन के लिए लंगर की व्यवस्था भी की गई। अन्य कव्वालों सहित मशहूर कव्वाल निज़ामी ब्रदर्स, सूफ़ी ब्रदर्स हमसर हयात, चांद ब्रदर्स ने भी कव्वालियां पेश कर अपनी हाज़री दर्ज कराई। देश के विभिन्न राज्यों सहित विदेशी जायरीन भी बाबा के दरबार में हाज़री लगाने पहुंचे।
फ़ेस ग्रुप के चेयरमैन डॉ. मुश्ताक अंसारी ने कहा कि महबूब-ए-इलाही के दरबार का मौहब्बत से लबरेज नज़ारा सद्भाव की मिशाल है, क्योंकि देशवासी मिलजुल कर रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि देश मोहब्बत से चलता है और यह बात जग ज़ाहिर है कि सूफ़ी खानकाओं से ही मोहब्बत देश और दुनिया में फैली है।
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