कर्ज माफी के लिऐ रामलीला मैदान में उमड़ी भीड़

-एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल

नई दिल्ली। कर्जे की दलदल में फंसे लोगों की कर्ज माफी के लिए दिल्ली के रामलीला मैदान में एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ता की गई।सांकेतिक भूख हड़ता में 60 हजार के करीब लोग आए थे और कर्ज माफी के लिए अभी तक 6.81 लाख लोग आवेदन कर चुके हैं जिनका कुल कर्ज 4.5 लाख करोड़ है ।
धार्मिक एकता ट्रस्ट के अध्यक्ष शाहनवाज़ चौधरी भारतीय ने बताया कि सरकार के आँकड़े हैं कि पिछले पाँच वर्ष में कर्जे के कारण 50 हज़ार से अधिक लोग आत्महत्या कर चुके हैं। अकेले पिछले वर्ष ही 20 हजार से अधिक लोगों ने कर्ज के कारण परेशान होगा आत्महत्या की है। जनता की इसी समस्या को देखते हुए  शाहनवाज़ चौधरी भारतीय जी और उनकी टीम जुलाई 2022 से देश के सभी राज्यों में ऐसे लोगों की जानकारी इकट्ठा करके सरकार तक पहुँचा रहे हैं जो कि कर्जे के कारण परेशान है। अभी तक 7 बार वित्त मंत्रालय तथा 7 बार प्रधानमंत्री कार्यालय को ऐसे लोगों की जानकारी भेजी जा चुकी है जिन्होंने बताया कि नोटबंदी, जीएसटी और लॉकडाऊन के कारण उनका व्यापार बंद हो जाने या नौकरी छूट ‘जाने के कारण वे क़र्ज़ की दलदल में फँसे हैं। कर्जे की दलदल में फँसे लोग चाहते हैं कि या तो सरकार किसानों और बड़े उद्योगपतियों की तरह ही उनका कर्जा भी माफ़ कर दें या कर्जा चुकाने के लिए कम से कम दो वर्ष का समय दे दें। हमारी सरकार से मुख्यतः तीन माँगे हैं जिसमें वो लोग जो नोटबंदी, जीएसटी या लॉकडाऊन के बाद उनका व्यापार बंद हो जाने या नौकरी छूट जाने के कारण कर्जे की दलदल में फँसे हैं ऐसे आम लोगों का लोन माफ किया जाए। जिन लोगों का लोन माफ ना किया जा सके उन्हें कम से कम 2 वर्ष का समय दिया जाए। जो लोग अब दुनियाँ में नहीं रहे और उनके परिवार के पास कमाई का कोई साधन नहीं है, उनका पूरा लोन माफ़ किया जाए। अभी तक 6.5 लाख से अधिक लोग इस निःशुल्क कर्ज मुक्त भारत अभियान में जुड़ चुके हैं, अभियान में जुड़े लोगों को कर्जे से बाहर निकलने की निःशुल्क ट्रेनिंग भी दी जा रही है तथा उनके साथ बातचीत करके उन्हें आत्महत्या जैसे कदम उठाने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है। अभी तक हम लोग 50 हजार से अधिक लोगों को आत्महत्या करने से बचा चुके हैं।
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