नई दिल्ली। दिल्ली स्टेट एससी, एसटी ओबीसी माइनॉरिटी आर्गेनाइजेशन, ज्वाइंट एक्शन कमेटी के तत्वाधान में कबीर की जयंती का आईटीओ स्थित एन डी तिवारी भवन में आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपेक्षित वर्ग के प्रतिनिधियों ने कर्मकांड, अंधविश्वास, पाखंडवाद व आडंबर के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान पर जोरदार प्रहार करने पर बल दिया ताकि समाज में फैली इन सामाजिक कुरीतियों को दूर किया जा सके। वक्ताओं ने आह्वान किया कि कबीर साहब की वाणी से प्रेरणा लेकर देश के युवाओं को वैज्ञानिक दृष्टिकोण के अनुसार जीवन यापन की पद्धति को अपनाना होगा।
समारोह के मुख्य अतिथि समता सैनिक दल के राष्ट्रीय मुख्य सचेतक एआर जोशी ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि भारत को प्रगति करनी है तो भारत से इन सभी सामाजिक बुराइयों को दूर करना होगा और देश के युवाओं को आगे आकर अंधविश्वास से मुक्त भारत का सपना साकार करने के लिए बड़ी भूमिका निभानी होगी। ज्वांइट एक्शन कमिटी के चीफ कोआर्डिनेटर वीरेंद्र कुमार जाटव ने दिल्ली सरकार से कबीर की क्रांतिकारी वाणी के व्यापक प्रचार प्रसार के लिए दीर्घकालीन नीति और कबीर साहब के नाम पर एक राज्य स्तरीय पुरस्कार घोषित किया करने की मांग की। समारोह की अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्य मंत्री गौरी प्रसाद उपासक ने कबीर के दर्शन को, वाणी को और उनकी शिक्षाओं को देशवासियों से अपने जीवन में आत्मसात करने की अपील की। इस अवसर पर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय शोषित परिषद के अध्यक्ष जय भगवान जाटव, दिल्ली राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष रहे हरनाम सिंह ने भी अपने बातें रखी।
उद्घाटन करते हुए हरनाम सिंह ने अपने संबोधन में सामाजिक भाईचारे के साथ ही विषमता की खाई को खत्म करने के लिए और कबीर साहब की नैतिक शिक्षा को जीवन पद्धति में शामिल करने की पुरजोर अपील की। जय भगवान जाटव ने सामाजिक कुरीतियों, अंधविश्वास और तंत्र मंत्र से सावधान रहने का आह्वान किया।