मनीष सिसोदिया ने जेल से लिखा प्रधानमंत्री को पत्र
- कहा देश का गौरव बढ़ाने वाली पहलवान बेटियों को दें न्याय
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जेल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने प्रधानमंत्री से जंतर-मंतर पर धरना दे रहीं देश का गौरव बढ़ने वाली पहलवान बेटियों को न्याय देने की मांग की है। साथ ही लिखा कि इन बेटियों ने मेडल जीत कर भारत का नाम रौशन किया है। आपने इन्हें अपने परिवार का सदस्य बताया था लेकिन अब आप चुप हैं। कारण यही है कि इनका दोषी भाजपा का एक बाहुबली सांसद है।
पत्र में उन्होंने लिखा कि अखबारों से पता चल रहा है कि देश की महिला पहलवान जंतर-मंतर पर यौन उत्पीड़न के खिलाफ धरने पर बैठी हैं। आरोप भाजपा के एक बाहुबली सांसद पर है। भाजपा और केंद्र सरकार ने इस मामले में संज्ञान नहीं लिया। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का संज्ञान लिया तब जाकर तो एफआईआर हुई हैं। जब ये पहलवान पदक जीतकर भारत आईं थीं तो प्रधानमंत्री इन महिला खिलाड़ियों को अपने परिवार का सदस्य बताया करते थे। अब विपरित परिस्थिति में जब आंदोलन कर रही हैं तो कोई संज्ञान लेने वाला नहीं है। इन प्रतिभाशाली बेटियों की वजह से विदेशी धरती पर हमारा तिरंगा सबसे ऊपर लहराया है। इनकी वजह से विदेशी सरजमीं पर हमारा राष्ट्रगान गुंजायमान हुआ है। जो बेटी पदक जीतने पर, भारत का गौरव बढ़ाते हुए इतनी भावुक हुई कि उसकी आंखों से आंसू निकल आए, वो आज जब जंतर-मंतर पर न्याय के लिए आंसू बहा रही है तो एक भारतीय होने के नाते मेरा खून खौल उठता है।
वहीं केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पिछले आठ साल में दिल्ली सरकार के काम को रोका है। अपनी सारी एजेंसियों को लगाकर झूठे आरोपो में जेल भेजा। आप अपने राजनीतिक विरोधियों को जेल भेजिए, फांसी लगवा दीजिए, यह आपकी राजनीति का तरीका और स्तर हो सकता है। लेकिन भारत का गौरव बढ़ाने वाली इन बेटियों को न्याय दीजिए, नहीं तो कोई भी प्रतिभाशाली बेटी फिर इस देश में किसी शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ आवाज उठाने का साहस नहीं कर सकेगी।
वहीं पार्टी की वरिष्ठ नेता व दिल्ली की मंत्री आतिशी ने पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के लिखे पत्र को सोशल मीडिया पर वायरल किया है।