नए संसद भवन का नाम डॉ. अम्बेडकर के नाम पर रखा जाना चाहिए: केसीआर

-नए तेलंगाना राज्य सचिवालय का नाम डॉ. भीम राव अम्बेडकर के नाम पर रखा जाएगा

हैदराबाद। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने नए तेलंगाना राज्य सचिवालय का नाम बुद्धिजीवी, संविधान निर्माता, भारत रत्न डॉ. भीम राव अम्बेडकर के नाम पर रखने का फैसला किया है। सीएम केसीआर ने इस संबंध में सरकार के मुख्य सचिव को कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री केसीआर ने भारत के नए संसद भवन का नाम भी डॉ. अम्बेडकर के नाम पर रखने की मांग प्रधानमंत्री से की है। वे प्रधानमंत्री को इस संबंध में पत्र लिखेंगे।
केसीआर ने कहा कि भारतीय सामाजिक दार्शनिक महामेधावी डॉ. बीआर अंबेडकर का नाम लेना तेलंगाना के सभी लोगों के लिए गर्व का विषय है। यह फैसला भारत के लिए आदर्श है। तेलंगाना सरकार डॉ. अंबेडकर के दर्शन पर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि भारत के सभी लोगों को सभी क्षेत्रों में समान सम्मान मिलना चाहिए। सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में यथास्थिति बनाए रखने वाला स्वशासित राज्य देश के लिए एक आदर्श है। डॉ. बीआर अंबेडकर के विजन के साथ संविधान में अनुच्छेद 3 को शामिल करके ही तेलंगाना आज एक अलग राज्य बन गया। तेलंगाना राज्य सरकार एससी, एसटी, बीसी, अल्पसंख्यक और महिला समुदायों के साथ-साथ गरीब उच्च जाति के लोगों को मानवीय शासन प्रदान कर रही है। बीआर अंबेडकर की संवैधानिक भावना को लागू करना हमारा उद्देश्य है। अम्बेडकर के भारत के सपने में विविधता का एक अद्वितीय लोकतांत्रिक चरित्र है।
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प्रधानमंत्री को भी लिखूंगा पत्रःकेसीआर
केसीआर ने कहा कि अम्बेडकर की भावना हमारा मार्गदर्शन करती है कि संघीय भावना को लागू करके ही सभी समुदायों को समान अधिकार और अवसर प्रदान किए जा सकते हैं। सच्ची भारतीयता यह है कि भारत के लोगों को जाति, पंथ, लिंग और क्षेत्र के भेदभाव के बिना समान रूप से सम्मान दिया जाता है और सभी को समान अवसर प्रदान किए जाते हैं। तभी असली भारत का पता चलेगा। इसके लिए हमारा प्रयास जारी रहेगा। सभी क्षेत्रों में दूरदर्शिता के साथ आगे बढ़ते हुए, तेलंगाना राज्य, जो अतीत में देश के लिए एक उदाहरण के रूप में खड़ा है, राज्य सचिवालय का नाम डॉ. अम्बेडकर के नाम पर एक बार फिर से देश के लिए एक उदाहरण के रूप में खड़ा है। भारत के नए संसद भवन का नाम भी डॉ. अम्बेडकर के नाम पर किया जाना चाहिए। हाल में विधानसभा में हमने यह घोषित किया है कि यदि भारत के सम्मान को और बढ़ाया जाना है, तो संविधान बनाने वाले भारतीय सामाजिक दार्शनिक के नाम से बड़ा कोई नाम नहीं है। तेलंगाना राज्य विधानसभा ने सर्वसम्मति से इसके लिए प्रस्ताव पारित किया। मैं इस संबंध में भारत के प्रधानमंत्री को भी एक पत्र लिखूंगा कि तेलंगाना सरकार के मांग पर भारतीय संसद भवन का नाम डॉ. भीम राव अंबेडकर के नाम पर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं एक बार फिर केंद्र सरकार से बीआर अंबेडकर का नाम पर संसद भवन का नाम रखने की मांग रखता हूं।

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