देश में तेजी से बढ़ रही हैं बुजुर्गों की संख्या
बुजुर्गों में बढ़ रहा डिमेंशिया, इलाज के लिए एम्स में शुरू हुआ समर्पित ब्लॉक
नई दिल्ली। उम्र के साथ बुजुर्गों में भूलने की बीमारी बढ़ रही है। इसके अलावा अन्य रोग भी इनमें घर कर लेते हैं। ऐसे रोगों से पीड़ित बुजुर्गों को एक छत के नीचे स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली ने राष्ट्रीय वृद्धजन केंद्र की शुरूआत की है। मंगलवार को एम्स के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास ने केंद्र में ओपीडी सेवा की शुरुआत की। पहले चरण में जेरियाट्रिक मेडिसिन विभाग की ओपीडी सेवा मिलेगी। धीरे-धीरे इसका विस्तार किया जाएगा। साथ ही यहां आइपीडी (इनडोर पेशेंट डिपार्टमेंट) की सुविधा भी शुरू हो जाएगी।
इस मौके पर डॉक्टरों ने बताया कि अमूमन बुजुर्गों में डिमेंशिया की समस्या बढ़ जाती है। इसके अलावा अन्य रोग भी होते हैं। ऐसे मरीजों को यहां बेहतर सुविधा मिलेगी। मरीज की पर्ची से लेकर सभी काम यहीं पर होंगे। मरीज को इलाज के लिए ज्यादा इंतजार भी नहीं करना होगा। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों को डिमेंशिया की परेशानी अधिक होती है। ऐसे में यहां ब्रेन एजिंग के अध्ययन का यह बड़ा सेंटर होगा।
बॉक्स
मिलेगी बेहतर सुविधा
एम्स के मीडिया सेल की चेयरमैन डा. रीमा दादा का कहना है कि केंद्र की ओपीडी में बुजुर्गों को जेरियाट्रिक मेडिसिन के अलावा आर्थोपेडिक, कार्डियोलाजी, रुमेटोलाजी, इंडोक्रिनोलाजी, सर्जरी, पीएमआर (फिजिकल मेडिकल रिहैबिलिटेशन), न्यूरोलाजी व मनोचिकित्सा विभाग की सुविधा मिलेगी। यहां पर ब्लड जांच के लिए सैंपल लेने की सुविधा शुरू कर दी गई है। जब पूरी क्षमता के साथ इस केंद्र का संचालन शुरू हो जाएगा तक इसमें सीटी स्कैन, एमआरआइ, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधाएं भी होंगी।
बॉक्स
देश में बढ़ रही है बुजुर्गों की आबादी
देश में तेजी से बुजुर्गों की संख्या बढ़ रही है। साल 2011 में देश में बुजुर्गों की आबादी करीब दस करोड़ 40 लाख थी, जो वर्ष 2021 में बढ़कर करीब 13 करोड़ 80 लाख होने का अनुमान है। वर्ष 2031 तक देश में बुजुर्गों की आबादी करीब साढ़े पांच करोड़ और बढ़ने की संभावना है। इन्हें बेहतर उपचार की सुविधा देने के लिए केंद्र सरकार ने दिल्ली व चेन्नई में दो राष्ट्रीय वृद्धजन केंद्र की शुरूआत की है। एम्स में करीब 330 करोड़ रुपये की लागत से यह तैयार हुआ है। 200 बेड की क्षमता वाले इस राष्ट्रीय वृद्धजन केंद्र में 20 आइसीयू बेड, 30 प्राइवेट वार्ड, 20 एचडीयू (हाई डिपेंडेंसी यूनिट) बेड, छह आपरेशन थियेटर, किडनी डायलिसिस यूनिट सहित अन्य सुविधाएं हाेंगी।
बॉक्स
सोशल लाइफ मजबूत करने की जरूरत
केंद्र के डॉक्टरों का कहना है कि सोशल लाइफ टूटने के कारण बुजुर्गों में समस्या बढ़ जाती है। ग्रामीण क्षेत्र में आज भी सोशल लाइफ काफी मजबूत हैं। यहीं कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले बुजुर्गों में मानसिक रोग कम होते हैं। वहीं शहरी क्षेत्र से आने वालों में मानसिक रोग ज्यादा होते हैं।