अपूर्व ओम का सपना हुआ पूरा, मनाया जाएगा सुप्रीम कोर्ट डे

- स्थापना दिवस के दिन सुप्रीम कोर्ट दिवस मनाने का किया था अनुरोध

नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय कलाकार अपूर्व ओम का सपना पूरा हो गया। भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने चार फरवरी को सुप्रीम कोर्ट डे मनाने का फैसला किया। यह एक महान स्वर्णिम क्षण है। इस फैसले से कानूनी पेशे से जुड़े सभी खुश हैं। दरअसल, अपूर्व ओम ने मुख्य न्यायाधीश से 28 जनवरी 2023 को सुप्रीम कोर्ट दिवस मनाने का अनुरोध किया है। उनकी मांग पर यह सपना साल 2023 में पूरा हुआ। अपूर्व पिछले पांच सालों से अधिक समय से पूर्व मुख्य न्यायाधीशों से अनुरोध कर रहे थे कि सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना दिवस के दिन हर साल 28 जनवरी सुप्रीम कोर्ट दिवस मनाया जाए।

सुप्रीम कोर्ट की स्थापना 28 जनवरी, 1950 को हुई थी। बता दें कि अपूर्व ओम एक दिव्यांग अंतरराष्ट्रीय कलाकार हैं। वह राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता हैं। उन्हें साल 2016 में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय, हेग, नीदरलैंड्स के 70वें वर्षगांठ समारोह के अवसर पर आईसीजे में आमंत्रित किया था। यहां आईसीजे के अध्यक्ष और अन्य न्यायाधीशों ने प्रसन्नता व्यक्त की रजिस्ट्रार जनरल के साथ सभी 15 न्यायाधीशों के चित्रों के साथ आईसीजे की पेंटिंग के अपूर्व ओम की कलाकृति को स्वीकार करने के लिए वर्तमान में जस्टिस नीदरलैंड्स के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में प्रदर्शित किया गया है।

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