जलमंत्री आतिशी ने दिल्ली में सीवर ओवरफ्लो के मुद्दे पर मुख्य सचिव को फटकार लगाई
-सीवर समस्याओं को दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए
Asif khan
नई दिल्ली। दिल्ली में सीवर ओवरफ़्लो और इस कारण पानी के दूषित होने के मुद्दे पर जलमंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को फटकार लगाई है। उन्होंने मुख्य सचिव को तत्काल सीवर समस्याओं को दूर करने के निर्देश दिए है। जलमंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को कड़े शब्दों में निर्देश देते हुए कहा है कि, शहर भर से आ रही सीवर समस्याओं को तुरंत दूर किया जाए और इस संकट के लिए जिम्मेदार लापरवाह अधिकारियों के ख़िलाफ़ सख़्त कदम उठाया जाए।
इस बाबत मुख्य सचिव को दिए अपने आदेश में जलमंत्री आतिशी ने कहा कि, दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से सीवर ओवरफ्लो के संबंध में कई शिकायतें मिल रही हैं। पटपड़गंज गांव, शशि गार्डन, खिचड़ीपुर, सुभाष पार्क, राज नगर पार्ट 2, सत्य निकेतन, आरके पुरम, जेड ब्लॉक रंजीत नगर, फरीदपुरी, बुद्ध नगर, पांडव नगर, डब्ल्यूईए करोल बाग, गढ़ी गांव, पिलंजी गांव, चंद्रावल गांव, कोटला गांव , सराय काले खां बस्ती, जमरूदपुर और चिराग दिल्ली इस समस्या से सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं।
उन्होंने कहा कि, ये शिकायतें बहुत गंभीर प्रकृति की हैं और दिन पर दिन बदतर होती जा रही हैं। जगह-जगह सीवर ओवरफ्लो हो रहा है, जिससे इलाके में रहने वाले लोगों को परेशानी हो रही है।
जलमंत्री आतिशी ने कहा कि, दिल्ली के कई हिस्सों में सीवर का पानी पीने के पानी को दूषित कर रहा है। यदि इस पर तुरंत ध्यान नहीं दिया गया तो यह एक गंभीर स्वास्थ्य संकट बन सकता है।
उन्होंने कहा कि, “मैंने संबंधित स्थानीय प्रतिनिधियों और डीजेबी अधिकारियों के साथ दिल्ली जल बोर्ड की कई समीक्षा बैठकें की हैं। इन बैठकों के दौरान संबंधित अधिकारियों की समस्याओं के साथ स्पेसिफ़िक लोकेशन भी दी गई। लेकिन विभिन्न विभागों के बीच जमीनी स्तर पर कोऑर्डिनेशन नहीं होने के कारण समस्या बनी हुई है।
जलमंत्री आतिशी ने कहा कि, शहरी विकास विभाग, दिल्ली जल बोर्ड और वित्त विभाग समस्या का समाधान करने के बजाय आरोप-प्रत्यारोप में लगे हुए हैं। इसका परिणाम यह हुआ कि दिल्ली के लोग बुरी तरह प्रभावित हो रहे है।
उन्होंने कहा कि, मुख्य सचिव ब्यूरोक्रेसी का प्रमुख होता है। इस नाते मुख्य सचिव की जिम्मेदारी है कि इन मुद्दों को सुलझाया जाये, ताकि लोगों को सरकारी अधिकारियों की ग़ैर-ज़िम्मेदाराना रवैये का खामियाजा न भुगतना पड़े।
बता दे कि, जलमंत्री आतिशी ने कई बार मुख्य सचिव को इस समस्या को लेकर मौखिक-लिखित निर्देश दिए है लेकिन अबतक इस समस्या को दूर करने को लेकर कोई कारवाई नहीं हुई है। जलमंत्री आतिशी ने कहा कि, दिल्ली सरकार में ये लापरवाही स्वीकार्य नही है।