नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में पानी की किल्लत पर भाजपा के साथ-साथ अब कांग्रेस ने भी आप सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। इस कड़ी में शनिवार को पूरी दिल्ली में कांग्रेस की ओर से 280 से ज्यादा जगहों पर एक साथ मटके फोड़ कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया।
कांग्रेस दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव के नेतृत्व में हुए इस मटका फोड़ प्रदर्शन में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने केंद्र और दिल्ली सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान देवेन्द्र यादव ने कहा कि कांग्रेस पिछले 20-25 दिनों से कोशिश कर रही थी कि दिल्ली की जनता को सुचारू रूप से पानी मिले, लेकिन लगातार प्रयासों के बावजूद केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार ने पानी की सुचारू सप्लाई को व्यवस्थित करने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की। दोनों ही सरकारें दिल्ली की जनता की समस्या का हल निकालने की बजाय लगातार उसे नजर अंदाज कर रही हैं। आज दिल्ली की जनता पानी की बूंद बूंद के लिए तरस रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली में टैंकर माफिया और विधायकों की सांठगांठ के कारण जनता को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। इनकी मिलीभगत से भारी भ्रष्टाचार हो रहा है और अधिकतर विधायक भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। देवेन्द्र यादव ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता को मजबूरी में केंद्र और दिल्ली की सरकारों को सजग करने व जगाने के लिए सडक़ों पर उतर कर मटका फोड़ प्रदर्शन करना पड़ा है, क्योंकि लगातार आवाज उठाने पर भी सरकार ने पानी सप्लाई व्यवस्थित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि सरकारों की नींद टूटेगी और पानी की सप्लाई व्यवस्थित होगी और लोगों के घरों तक पानी पहुंचेगा। यादव ने कहा कि जनता से जुड़े मुद्दों पर हम लगातार आवाज उठाते रहेंगे। भीषण गर्मी में दिल्ली जल संकट के साथ बिजली कटौती का समस्या से भी जूझ रही है। देवेन्द्र यादव ने कहा कि हरियाणा से पानी नहीं मिलने में आम आदमी पार्टी और भाजपा की नूरा कुश्ती का खेल चल रहा है, जबकि जनता परेशान है जिसकी समय-समय पर हमने बात रखी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश, यूपी और हरियाणा से पानी के लिए दिल्ली सरकार को केंद्र सरकार के पास जाना चाहिए था उनको वार्ता में शामिल करना चाहिए था। अगर दिल्ली सरकार ऐसा करती जो जनता आज जो भुगत रही है, वह नहीं होता। यादव ने कहा कि दिल्ली में जल संकट के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार है, क्योंकि पिछले 10 वर्ष बीत जाने के बाद भी दिल्ली सरकार दिल्ली को पानी देने में पूरी तरह विफल रही है।
मटका फोड़ प्रदर्शन में प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव के अलावा पूर्व सांसद रमेश कुमार, पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल और डॉ. नरेन्द्र नाथ, पूर्व विधायक चौ. मतीन अहमद, विजय लोचव, जय किशन, अमरीश गौतम, वीर सिंह धींगान, पूर्व मेयर फरहाद सूरी, जिला अध्यक्ष विरेन्द्र कसाना, राजेश चौहान, विष्णु अग्रवाल, मनोज यादव, दिनेश एडवोकेट, धर्मपाल चंदेला, कमलकांत शर्मा, मोहम्मद उस्मान, सिद्धार्थ राव, पूर्व पार्षद खविन्दर सिंह कैप्टन, नीतू वर्मा, प्रेरणा सिंह, चौ. अजीत सिंह, पीएस बावा, प्रदीप गुप्ता, जेपी पंवार, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस, कांग्रेस सेवादल, एनएसयूआई, सेल एवं विभाग के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिए, कांग्रेस की टोपी और पटका पहनकर ‘पानी के लिए दिल्ली बेहाल, टैंकर माफिया मालामाल’, ‘ये कैसा पानी माफ है, जार खरीदने में जेब साफ है’, ‘दिल्ली सरकार की ये नादानी, लीकेज से बहता 58 प्रतिशत पानी’, ‘दिल्ली की ये दुखद कहानी, जनता पीती दूषित पानी’, ‘खरीद के पानी पीता हर परिवार, नींद में सोई दिल्ली सरकार’ आदि नारे लगा रहे थे और अधिकतर महिला सहित कांग्रेस कार्यकर्ता ने सिर पर मटका रखकर अपना विरोध प्रदर्शित किया।
कांग्रेस दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव के नेतृत्व में हुए इस मटका फोड़ प्रदर्शन में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने केंद्र और दिल्ली सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान देवेन्द्र यादव ने कहा कि कांग्रेस पिछले 20-25 दिनों से कोशिश कर रही थी कि दिल्ली की जनता को सुचारू रूप से पानी मिले, लेकिन लगातार प्रयासों के बावजूद केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार ने पानी की सुचारू सप्लाई को व्यवस्थित करने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की। दोनों ही सरकारें दिल्ली की जनता की समस्या का हल निकालने की बजाय लगातार उसे नजर अंदाज कर रही हैं। आज दिल्ली की जनता पानी की बूंद बूंद के लिए तरस रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली में टैंकर माफिया और विधायकों की सांठगांठ के कारण जनता को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। इनकी मिलीभगत से भारी भ्रष्टाचार हो रहा है और अधिकतर विधायक भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। देवेन्द्र यादव ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता को मजबूरी में केंद्र और दिल्ली की सरकारों को सजग करने व जगाने के लिए सडक़ों पर उतर कर मटका फोड़ प्रदर्शन करना पड़ा है, क्योंकि लगातार आवाज उठाने पर भी सरकार ने पानी सप्लाई व्यवस्थित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि सरकारों की नींद टूटेगी और पानी की सप्लाई व्यवस्थित होगी और लोगों के घरों तक पानी पहुंचेगा। यादव ने कहा कि जनता से जुड़े मुद्दों पर हम लगातार आवाज उठाते रहेंगे। भीषण गर्मी में दिल्ली जल संकट के साथ बिजली कटौती का समस्या से भी जूझ रही है। देवेन्द्र यादव ने कहा कि हरियाणा से पानी नहीं मिलने में आम आदमी पार्टी और भाजपा की नूरा कुश्ती का खेल चल रहा है, जबकि जनता परेशान है जिसकी समय-समय पर हमने बात रखी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश, यूपी और हरियाणा से पानी के लिए दिल्ली सरकार को केंद्र सरकार के पास जाना चाहिए था उनको वार्ता में शामिल करना चाहिए था। अगर दिल्ली सरकार ऐसा करती जो जनता आज जो भुगत रही है, वह नहीं होता। यादव ने कहा कि दिल्ली में जल संकट के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार है, क्योंकि पिछले 10 वर्ष बीत जाने के बाद भी दिल्ली सरकार दिल्ली को पानी देने में पूरी तरह विफल रही है।
मटका फोड़ प्रदर्शन में प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव के अलावा पूर्व सांसद रमेश कुमार, पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल और डॉ. नरेन्द्र नाथ, पूर्व विधायक चौ. मतीन अहमद, विजय लोचव, जय किशन, अमरीश गौतम, वीर सिंह धींगान, पूर्व मेयर फरहाद सूरी, जिला अध्यक्ष विरेन्द्र कसाना, राजेश चौहान, विष्णु अग्रवाल, मनोज यादव, दिनेश एडवोकेट, धर्मपाल चंदेला, कमलकांत शर्मा, मोहम्मद उस्मान, सिद्धार्थ राव, पूर्व पार्षद खविन्दर सिंह कैप्टन, नीतू वर्मा, प्रेरणा सिंह, चौ. अजीत सिंह, पीएस बावा, प्रदीप गुप्ता, जेपी पंवार, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस, कांग्रेस सेवादल, एनएसयूआई, सेल एवं विभाग के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिए, कांग्रेस की टोपी और पटका पहनकर ‘पानी के लिए दिल्ली बेहाल, टैंकर माफिया मालामाल’, ‘ये कैसा पानी माफ है, जार खरीदने में जेब साफ है’, ‘दिल्ली सरकार की ये नादानी, लीकेज से बहता 58 प्रतिशत पानी’, ‘दिल्ली की ये दुखद कहानी, जनता पीती दूषित पानी’, ‘खरीद के पानी पीता हर परिवार, नींद में सोई दिल्ली सरकार’ आदि नारे लगा रहे थे और अधिकतर महिला सहित कांग्रेस कार्यकर्ता ने सिर पर मटका रखकर अपना विरोध प्रदर्शित किया।