नई दिल्ली। दिल्ली सरकार से संभालता गांव की वापस लौटाने की मांग करते हुए रविवार को पालम 360 के प्रधान चौ सुरेन्द्र सोलंकी की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। इस बैठक में संभालता गांव की 131 बीघा जमीन जो दिल्ली सरकार के द्वारा सन् 1975 में ले ली गई थी उसे वापस करने की मांग की गई। सोलंकी ने बताया कि इस ज़मीन का अवार्ड सन 1985 मे सुनाया गया आज तक एलएसी डिपार्टमेंट ने कोई मुआवज़ा जारी नहीं किया है। इसकी कार्रवाई में अब 30 मार्च 2024 को कोर्ट द्वारा गांव वालों को नोटिस देकर बुलाया गया। गांव वालों में काफ़ी रोष है। पंचायत में निर्णय लिया गया कि इस मुद्दे पर जल्द से जल्द दिल्ली के सभी 360 कि एक बैठक जल्द बुलाई जाएगी और सभी मिलकर सरकार के खिलाफ आवाज़ बुलंद करेंगे। सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि सरकारों ने दिल्ली देहात के गांव के साथ हमेशा अन्याय किया हमारी ज़मीनों को कौडिय़ों के भाव ज़बरदस्ती ले लिया गया। इस मामले में तो आज तक कोई मुआवज़ा राशि भी नहीं दी गई और जो स्कीम सरकार यहां पर उस समय आयी थी आज तक उस पर भी कोई अमल नहीं हुआ जबकि सरकारों ने गांव वालों की ज़मीन कौडिय़ों के भाव ले लेकर बिल्डरों को महंगे दामों में बेची गई। उन्होंने कहा कि इस तरह का अन्याय दिल्ली के गांव अब बर्दाश्त नहीं करेंगे और आने वाले समय के अंदर हम एक बड़ी पंचायत करकर सरकार से मांग करेंगे कि इस ज़मीन को गांव वालों को लौटाया जाए और दिल्ली के उपराज्यपाल से मिलकर अपनी बात को रखेंगे। पंचायत में मौजूद रहने वाले लोगों में अनिल यादव पूर्व पार्षद ,काशीराम नंबरदार ,समाज सेवी पवन वत्स, नरेश वशिष्ठ, सत्यनारायण, रामचंद्रन ,ब्रह्म आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे।