नई दिल्ली । दक्षिणी दिल्ली जिला के साइबर थाना पुलिस ने 3 मार्च को पटना, बिहार से गूगल पर फर्जी कस्टमर केयर के फोन नंबर देकर ठगी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी जामताड़ा झारखंड से जुड़े हुए थे। आरोपियों रितिक कुमार, मनीष कुमार और संजय कुमार के पास से छह मोबाइल, एक पासबुक, एक आधार कार्ड और एक सिम बरामद की है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर इस गिरोह की और जानकारी जुटा रही है।
पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने बताया कि पंचशील पार्क में रहने वाली एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसने एक घरेलू आटा चक्की खरीदी थी। वह खराब निकली। उन्होंने वेबसाइट पर इसकी शिकायत दर्ज कराई। इसके अलावा उन्हें गूगल पर दो मोबाइल नंबर मिले। जब उस नंबर पर संपर्क किया तो उन्होंने भरोसा दिया कि उनके पैसे खाते में भेज दिए जाएंगे। महिला ने पैसा वापस पाने के लिए अपना पेटीएम पेमेंट वॉलेट नंबर दिया, लेकिन उल्टा उनके खाते से ही 1.29 लाख रुपए कट गए।
साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। तकनीकी आधार पर जांक आगे बढ़ाई और बैंक खाता और मोबाइल नंबर की डिटेल निकाली। पता चला कि पैसा पटना निवासी संजय कुमार के खाते में गया है। मगर उसी दिन पैसे झारखंड के जामताड़ा के एक एटीएम मशीन से निकाल लिया गया। टीम ने आरोपियों की जानकारी जुटाई और पटना में छापेमारी कर तीनों आरोपियों को दबोच लिया। आरोपी संजय ने बताया कि उसके चचेरे भाई मनीष ने खाता खोलने में उसकी मदद की थी। इसके बदले उसने छह हजार रुपए लिए थे। आरोपी मनीष ने बताया कि उसने संजय का खाता अपने दोस्त रितिक को बेच दिया था। वह कमीशन पर बैंक खाता खरीदने का काम करता था। रितिक ने बताया कि वह अपने दोस्तों के साथ जामताड़ा गिरोह से जुड़ा हुआ है। उन्होंने गूगल विज्ञापन के माध्यम से अपने नंबर साइड पर डाल देते थे। जिसके बाद संपर्क करने वालों को ठगते थे।