बदलेगी एनडीएमसी की सूरत बजट में 5000 करोड़ का प्रावधान किया

-अगले वित्त वर्ष में सभी संपत्तियों की ‘जियोटैगिंग’, ट्यूलिप महोत्सव पर होगा ध्यान

नई दिल्ली। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने जय सिंह मार्ग स्थित एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में बुधवार को वित्त वर्ष 2024-25 का बजट पेश किया। इस वित्त वर्ष में 5000 करोड़ रुपए के बजट से एनडीएमसी अपने इलाके की सूरत बदलेगी। एनडीएमसी के चेयरमैन अमित यादव ने अपने बजट भाषण में कहा कि ‘वर्ष 2024-25 के बजट अनुमान के तहत कुल 5,069.63 करोड़ रुपए प्राप्त हुए जो वर्ष 2023-24 के संशोधित बजट के तहत दिए गए 4888.93 करोड़ रुपए से अधिक हैं। 2022-23 में कुल वास्तविक प्राप्तियां 4,302.79 करोड़ रुपए थीं।’ यादव ने कहा कि एनडीएमसी ने इस वित्त वर्ष में बेहतर प्रशासन के लिए प्रणालीगत संरचनात्मक हस्तक्षेप पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने कहा कि एनडीएमसी ने इलाके के सौंदर्य को बढ़ाने के लिए सर्दियों के लिए दो लाख ट्यूलिप के पौधे खरीदे हैं। एनडीएमसी ट्यूलिप महोत्सव को एक वार्षिक कार्यक्रम बनाने की योजना बना रहा है। एनडीएमसी चेयरमैन अमित यादव ने कहा कि एनडीएमसी ने आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय से एनडीएमसी सीवरेज प्रणाली को दुरुस्त करने के लिए शहरी विकास निधि (यूडीएफ) योजना के तहत 556 करोड़ रुपए की परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि इससे एनडीएमसी पांच साल की अवधि के भीतर चरणबद्ध तरीके से सीवरेज प्रणाली को सुदृढ़ करने में सक्षम हो जाएगी। सम्मेलन में एनडीएमसी उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय, विधायक एवं सदस्य वीरेंद्र सिंह कादियान, सदस्य विशाखा शैलानी और गिरीश सचदेवा उपस्थित थे। बैठक में एनडीएमसी के ओएसडी सुरेंद्र सिंह, सचिव कृष्ण मोहन उप्पू और वित्तीय सलाहकार पुष्कल उपाध्याय भी उपस्थित थे।

संपत्तियों की होगी ‘जियोटैगिंग’
चेयरमैन ने कहा कि ‘कर सुधार प्रक्रिया के तहत हम अगले वित्त वर्ष यानी 2024-25 से सभी संपत्तियों की ‘जियोटैगिंग’ करेंगे। ‘जियोटैगिंग’ के तहत जल्द पहचान और ‘ट्रैकिंग’ में सहूलियत के लिए मोबाइल ऐप या एनडीएमसी की वेबसाइट के माध्यम से करदाताओं की संपत्तियों की तस्वीरें अपलोड करना अनिवार्य होगा। विद्युत बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए एनडीएमसी को वितरण बुनियादी ढांचे में प्रीपेड स्मार्ट मीटरिंग और हानि कटौती कार्यों से युक्त एक परियोजना के लिए संशोधित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय से वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है।

हर दिन एक सडक़ चिन्हित, धुलेंगे सडक़ें, पेड़-पौधे और फुटपाथ
एनडीएमसी ने हरियाली को बढ़ावा देने और धूल के प्रसार को कम करने के लिए हरियाली का विस्तार करके पर्यावरण प्रदूषण से निपटने के लिए सक्रिय उपायों की एक श्रृंखला लागू की है, इनमें स्मॉग गन एवं मैकेनिकल रोड स्वीपर तैनात किए हैं और चरणबद्ध तरीके से केवल इलेक्ट्रिक वाहनों पर स्विच करने के लिए एनडीएमसी क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को समर्थन देने के लिए चार्जिंग पॉइंट बढ़ाये जा रहे है। हमने वन डे वन रोड कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें हर दिन एक चिन्हित सडक़ के लिए पेड़ों, सडक़ों और फुटपाथों की गहन सफाई और धुलाई की जाती है।

सीवरेज प्रणाली: 556 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी पर विचार
सीवरेज प्रणाली के पुनर्वास की एक अन्य पहल में, एनडीएमसी ने आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय से शहरी विकास निधि (यूडीएफ) योजना के तहत 556 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी देने पर विचार करने का अनुरोध किया है। यह फंडिंग एनडीएमसी को 5 साल की अवधि के भीतर चरणबद्ध तरीके से सीवरेज प्रणाली को उन्नन करने में सक्षम बनाएगी।

नई प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देगी इनोवेशन फंड
एनडीएमसी ने नए और अग्रणी प्रयासों के साथ-साथ नई प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए एक इनोवेशन फंड बनाया है। अब ऐसी परियोजनाओं पर विचार करने के लिए एक समिति का गठन कर इसके तौर-तरीके निर्धारित किए गए हैं। इस तरह की पहली परियोजना, 11 मूर्ति सरदार पटेल मार्ग से कमाल अतातुर्क मार्ग तक लगभग 2 किलोमीटर में कुशक नाले के आंशिक खुले हिस्से को साफ करने के लिए जैव उपचार आधारित नवीन हाइब्रिड तकनीक शुरू की गई है।

आरडब्ल्यूए और एमटीए के लिए 10 करोड़ का फंड
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए एनडीएमसी क्षेत्र के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों (आरडब्ल्यूए) और मार्केट ट्रेड एसोसिएशनों (एमटीए) के लिए 10 करोड़ रुपये का अनटाइड फंड उपलब्ध कराने का प्रस्ताव इस बजट में रखा गया है, जिसका उद्देश्य आरडब्ल्यूए/एमटीए द्वारा स्थानीय पहल और स्थानीय कार्रवाई के लिए लचीलापन प्रदान करना है।

सफाई सैनिकों को एनडीएमसी देगी ई-स्कूटर
एनडीएमसी चेयरमैन ने अपने भाषण में कहा कि एनडीएमसी पर्यावरण का ख्याल रखते हुए ई-स्कूटर को बढ़ावा देगी। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली क्षेत्र में सडक़ों पर काम करने वाले सफाई सैनिकों को पालिका केंद्र ई-स्कूटर देगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसके पीछे मकसद निर्धारित समय पर सफाई कर्मचारियों का पहुंचना रहेगा। इन कर्मचारियों में सफाई कर्मचारी, बेलदार, माली व अन्य शामिल होंगे।

चरकपालिका अस्पताल में अब होगी आईसीयू फैसिलिटी
अमित यादव ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में एनडीएमसी के चरकपालिका अस्पताल को आईसीयू फैसिलिटी मिलेगी। उन्होंने कहा कि अभी तक इस अस्पताल में आईसीयू की सुविधा नहीं है। आने वाले वित्त वर्ष में ये सुविधा लोगों के लिए उपलब्ध होगा। इसके अलावा अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट भी तैयार किया जाएगा। ताकि लोगों को ब्लड के लिए अन्य ब्लड बैंक का रास्ता न देखना पड़े।

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