कोविड रोधी टीका सीधे श्वसन तंत्र में पहुंचाने से बढ़ सकती है बीमारी से बचाव की संभावना: अध्ययन

 

नई दिल्ली। बंदरों पर किए गए एक अध्ययन में पता चला है कि कोविड-19 रोधी टीका को सीधे श्वसन तंत्र में पहुंचाने से बीमारी से बचाव की संभावना बढ़ सकती है। माना जाता है कि श्वसन मार्ग के जरिए सार्स-सीओवी-2 संक्रमण शरीर में फैलता है।

अध्ययनकर्ताओं के अनुसार, दुनियाभर में कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान से दो करोड़ लोगों की जान बची है। उन्होंने कहा कि हालांकि मौजूदा कोविड-19 टीके गंभीर बीमारी होने से रोकते हैं, लेकिन वे संक्रमण को रोकने में ज्यादा कारगर नहीं हैं।

अध्ययन के लेखक अमेरिका के बेथ इजराइल डीकोनेस मेडिकल सेंटर के डैन एच. बरूच ने कहा, “इस अध्ययन में, हमने दर्शाया कि नवीन टीकाकरण रणनीतियां दूसरे प्राणियों में म्यूकोसल प्रतिरक्षा को स्पष्ट रूप से बढ़ा सकती हैं और म्यूकोसल वायरस चुनौती से रक्षा में प्रभावी हो सकती हैं।”

‘नेचर’ पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन में कहा गया है कि सीधे श्वसन मार्ग में टीका पहुंचाने से कोविड-19 से बचाव में सुधार होने की संभावना है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.