दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े करणी सेना के प्रमुख गोगामेड़ी की हत्या में शामिल आरोपी
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने राजस्थान पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान के तहत श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में संलिप्तता के आरोप में चंडीगढ़ से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो हमलावर भी शामिल हैं। रविवार को यह जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन तीन आरोपियों में से दो वे लोग शामिल हैं, जिन्होंने गोगामेड़ी पर गोलियां चलाई थीं। गोगामेड़ी की पांच दिसंबर को जयपुर में उनके आवास के बैठक कक्ष में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना की एक सीसीटीवी फुटेज में हमलावर गोगामेड़ी पर कथित तौर पर गोलियां चलाते दिख रहे थे। पुलिस ने गोली चलाने वाले दोनों आरोपियों की पहचान जयपुर के रोहित राठौड़ और हरियाणा के महेंद्रगढ़ के नितिन फौजी के रूप में की थी और उनकी सूचना देने वाले को पांच लाख रुपए नकद इनाम देने की घोषणा की थी। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने रविवार को बताया कि अपराध शाखा की एक टीम ने राजस्थान पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर दोनों को चंडीगढ़ के सेक्टर 22 से पकड़ लिया। आरोपियों के साथ उनका एक और सहयोगी उधम सिंह भी था और उसे भी पकड़ लिया गया। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, आगे की पूछताछ के लिए आरोपियों को जयपुर पुलिस को सौंप दिया जाएगा। वहीं, राजस्थान पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (अपराध) दिनेश एम एन ने बताया कि फौजी और राठौड़ चंडीगढ़ में छिपे हुए थे। ग्यारह सदस्यीय एसआईटी की निगरानी कर रहे दिनेश ने कहा कि राजस्थान पुलिस महानिदेशक और दिल्ली पुलिस द्वारा गठित एसआईटी ने शनिवार देर रात आरोपियों को पकड़ लिया। जयपुर पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा कि आरोपियों को जयपुर लाने के बाद हत्या के मामले में औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया जाएगा। गोगामेड़ी की हत्या के लिए हमलावरों को सुपारी देने के आरोप में शनिवार को जयपुर में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के अनुसार, गोगामेड़ी हत्याकांड के साजिशकर्ताओं में से एक रामवीर जाट ने हत्या से पहले जयपुर में अपने दोस्त फौजी की मदद के वास्ते इस साजिश को अंजाम देने के लिए तैयारियां की थी। आरोपी गोगामेड़ी से मिलने के बहाने उनके घर गए थे और कुछ मिनट बात करने के बाद उन्होंने गोगामेड़ी पर गोलियां चला दीं। उन्होंने गोगामेड़ी के सहयोगी नवीन शेखावत की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी जिसके माध्यम से वे गोगामेड़ी के आवास तक पहुंचे थे। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े गैंगस्टर रोहित गोदारा ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए कहा था कि गोगामेड़ी ने उसके दुश्मनों का समर्थन किया है।