नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राउज एवेन्यू रोड स्थित राष्ट्रीय कार्यालय पर बुधवार को महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया। इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर को उनके सामाजिक योगदानों के लिए श्रद्धांजलि दी और नमन किया। केजरीवाल ने इस दौरान बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले सिर्फ केजरीवाल गारंटी देता था। अब अन्य पार्टियों ने भी हमारा एजेंडा चुरा लिया। अब वह भी गारंटी देने लगे हैं। लेकिन फ्री शिक्षा की कोई गारंटी नहीं दे रहा है।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे सीएम केजरीवाल ने कहा कि डॉ भीमराव आंबेडकर बहुत ही गरीब थे। वह स्कूल जाते तो अपना टाट साथ ले जाते थे। उन्हें अन्य बच्चों के साथ क्लास में बैठकर पढ़ने नहीं दिया जाता था। उन्हें उस घड़े में पानी नहीं पीने दिया जाता था, जिसमें अन्य बच्चे पानी पीते थे। विषम परिस्थितियों में उन्होंने पढ़ाई की और सन 1913 में अमेरिका के कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए चले गए। जो दुनिया की सबसे अच्छी यूनिवर्सिटी में से एक है। इसमें एडमिशन लेना आसान काम नहीं है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि अंबेडकर कितने इंटेलिजेंट थे। जिन्होंने मुश्किल हालातो में पढ़ाई की और कोलंबिया यूनिवर्सिटी में दाखिला पाया था। यहां से उन्होंने पीएचडी की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से दूसरी पीएचडी की।
गारंटी देने का एजेंडा, चोरी करने का आरोप: केजरीवाल ने कहा कि आजादी के 75 सालों में इन लोगों ने मिलकर देश के सरकारी स्कूलों का बेड़ा गर्ग कर दिया। कोई पार्टी नहीं चाहती कि देश के गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले। आज सारी पार्टियों ने हमारा एजेंडा चोरी कर लिया। पहले हम कहा करते थे केजरीवाल की गारंटी देता है। आज अन्य पार्टियों के घोषणा पत्र, संकल्प पत्र अब हर जगह गारंटी दी जा रही है। सारे फ्री बिजली की बात कर रहे हैं लेकिन कोई भी फ्री शिक्षा की बात नहीं कर रहा है। शिक्षक की गारंटी सिर्फ आम आदमी पार्टी ही दे सकती है। 90 प्रतिशत से ज्यादा एमएलए किसी नेता के खानदान से नहीं हैं, पहले से किसी पॉलिटिक्स से जुड़े लोग नहीं है। हम लोग आम लोग हैं। हम लोग आम आदमी की समस्या समझते हैं। यदि एक परिवार के बच्चे को शिक्षा मिल जाती है तो उसकी कई समस्याएं दूर हो जाती हैं। यदि किसी परिवार के बच्चे को शिक्षा नहीं मिलती है तो आने वाली पीढ़ी पीछे हो जाती है। इसलिए सबसे ज्यादा हमने शिक्षा पर जोर दिया। जानबूझकर 75 साल तक लोगों को अशिक्षित रखा गया है। यदि आम आदमी पार्टी दिल्ली के 2 करोड़ लोगों के बच्चों को फ्री शिक्षा दे सकती है तो 75 साल में क्या 140 करोड़ लोगों को शिक्षा नहीं दी जा सकती।