नई दिल्ली। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार को बताया कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग सीएक्यूएम ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान ग्रैप के चौथे चरण की पाबंदियों को हटा दिया है। लेकिन लोगों में अभी भी असमंजस की स्थिति है और उन्हें लग रहा है कि ग्रैप की सभी पाबंदियां हटा दी गई हैं, लेकिन ऐसा नहीं है।
उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों से प्रदूषण के स्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है। रविवार सुबह दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 290 दर्ज किया गया। प्रदूषण के स्तर में भले ही सुधार हुआ है लेकिन अभी हमें सतर्क रहने की जरूरत है। दीपावली से पहले एक्यूआई 215 तक पहुंच गया था, लेकिन जिस तरह लोगों ने लापरवाही बरती और आतिशबाजी की उससे दीपावली के अगले दिन ही प्रदूषण बढ़ गया, हालांकि अब प्रदूषण कम होने के कारण सीएक्यूएम ने ग्रैप 4 की पाबंदियां हटा दी है. हालांकि ग्रैप के पहले, दूसरे और तीसरे चरण की पाबंदियां अब भी लागू हैं। प्रदूषण के स्तर में और गिरावट आने पर अन्य छूट देने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा पाबंदियों का उल्लघंन करने वालों पर स्पेशल टास्क फोर्स कार्रवाई करेगा।
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली में डीजल ट्रकों के प्रवेश पर रोक हटा दी गई है। इससे पहले केवल आवश्यक सेवाओं में लगे ट्रकों को ही प्रवेश दिया जा था। दिल्ली के अंदर व बाहर रजिस्टर्ड मालवाहकों के दिल्ली में संचालन पर लगे प्रतिबंध को भी हटा दिया गया है। इसके साथ ही दिल्ली में सरकारी निर्माण और ध्वस्तीकरण को भी अनुमति दे दी गई है। इसमें रेलवे की परियोजनाएं, मेट्रो की परियोजनाएं, अंतरराष्ट्रीय बस टर्मिनल, रक्षा संबंधी गतिविधियां, राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाएं, अस्पताल स्वास्थ्य सेवाएं, राजमार्ग, फ्लाईओवर ब्रिज, पावर ट्रांसमिशन, स्वच्छता परियोजनाएं, सीवर ट्रीटमेंट प्लांट और जलापूर्ति परियोजनाओं के कार्य पर छूट रहेगी।
फिलहाल दिल्ली में बीएस 3 के पेट्रोल व बीएस 4 के डीजल वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध हैं। इसके अतिरिक्त बोरिंग और ड्रिलिंग कार्य के साथ खुदाई और भराई का मिट्टी, निर्माण और विध्वंस पर प्रतिबंध लगा हुआ है। वहीं निर्माण सामग्री की लोडिंग और अनलोडिंग, कच्ची सड़कों पर वाहनों की आवाजाही, बिजली के केबल बिछाने, पॉलिशिंग और बर्निशिंग कार्य, सड़क निर्माण, मरम्मत जिसमें फुटपाथ सेंट्रल वर्ज मरम्मत कार्य भी प्रतिबंधित है. स्टोन क्रेशर का संचालन भी बंद है।