नई दिल्ली। आईएसआईएस आतंकी मोहम्मद उर्फ शैफी उज्जमा, मोहम्मद अरशद वारसी और मोहम्मद रिजवान अशरफ भारत में आतंकियों के लिए एक ट्रेनिंग सेंटर खोलना चाहते थे. इसके लिए इन आतंकियों ने गुजरात, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और झारखंड समेत कई राज्यों की रेकी की थी. इनसे बरामद दस्तावेजों और गूगल से ली गई फोटो से यह खुलासा हुआ है. यह खुलासा दिल्ली पुलिस ने की है.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के विशेष पुलिस आयुक्त एचसीएस धालीवाल ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया है कि वे लंबे समय से इसकी तैयारी कर रहे थे. शहनवाज को इससे पहले 17-18 जुलाई की देर रात पुणे पुलिस ने एक मोटरसाइकिल की चोरी करते हुए पकड़ा था, लेकिन वह हिरासत से फरार हो गया था. शहनवाज एनआईए की मोस्ट वॉन्टेड सूची में था. उसे स्पेशल सेल ने जैतपुर इलाके से गिरफ्तार किया है.
तीनों आतंकियों ने की है इंजीनियरिंग की पढ़ाईः मूल रूप से झारखंड के हजारीबाग का रहने वाला शहनवाज एक खनन इंजीनियर है. उसने प्रतिष्ठित विश्वैसरैया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से बीटेक किया है. इस कोर्स में विस्फोटकों के बारे में विस्तृत अध्ययन कराया जाता है. इसके अलावा उसने अलग से भी विस्फोटकों के बारे में काफी पढ़ाई करके विशेषज्ञता हासिल की है. 12 सितंबर को एनआईए ने पुणे आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) मॉड्यूल मामले में वांछित शहनवाज सहित चार संदिग्ध आतंकियों की तस्वीरें जारी की थीं. इन पर तीन लाख रुपये का इनाम भी रखा था.
शहनवाज की निशानदेही पर पुलिस ने मोहम्मद रिजवान अशरफ को लखनऊ से और मोहम्मद अरशद वारसी को यूपीए के मुरादाबाद से गिरफ्तार किया है. अरशद वारसी भी झारखंड का रहने वाला है. उसने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है. अभी वह पीएचडी भी कर रहा है. वहीं रिजवान अशरफ यूपी के आजमगढ़ जिले का रहने वाला है और उसने प्रयागराज से कंप्यूटर साइंसेज बीटेक किया है.
जब्त हुआ बम बनाने का सामान
पुलिस ने आरोपियों के लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त किए हैं. साथ ही 500 जीबी डेटा भी मिला है, जिसमें बम बनाने के यूट्यूब वीडियो के लिंक और विभिन्न स्थानों की गूगल से ली गई तस्वीरें हैं. जांच में पता चला है कि एक विदेशी-आधारित हैंडलर ने इनको फरवरी में आतंकी हमले को अंजाम देने के निर्देश दिए थे. ये लोग उसी की तैयारी कर रहे थे. इनके कब्जे से पुलिस ने बम और आईईडी बनाने में इस्तेमाल होने वाली एलिमेंट्री प्लास्टिक ट्यूब, आयरन रोड्स, केमिकल, टाइमिंग डिवाइसेज, पिस्तौल, कारतूस और बारूद आदि बरामद किया है.
पत्नी का कराया धर्मांतरण
धलीवाल ने बताया कि शहनवाज ने अपनी पत्नी बसंती पटेल का धर्मांतरण करा दिया था, जिसका नाम अब मरियम है. उसने कर्नाटक के विश्वेशरैया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. उसे साउथ दिल्ली के जैतपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा उसके दो साथियों को भी गिरफ्तार किया गया, जिन पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इनाम रखा था.
7 दिन के रिमांड पर तीनों संदिग्ध
तीनों संदिग्ध आतंकवादियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें सात दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया. आतंकियों की गिरफ्तारी के लिए जानकारी देने वाले प्रत्येक व्यक्ति को तीन लाख रुपये इनाम के रूप में देने की घोषणा की गई थी. सुरक्षा एजेंसी की तरफ से कहा गया था कि जानकारी देने वाले व्यक्ति की जानकारी गोपनीय रखी जाएगी. जांच के दौरान, यह पता चला कि एक विदेशी-आधारित हैंडलर ने संभवतः शाहनवाज को आतंकवादी हमले को अंजाम देने के निर्देश के साथ दो अन्य आतंकी गुर्गों के संपर्क में रखा था.