नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविन्दर सिंह लवली ने कहा कि महिला आरक्षण स्व. राजीव गांधी का सपना था और आज अंततः कांग्रेस के दबाव के बाद यह बिल लोकसभा में पास हुआ। उन्होंने कहा कि इस बिल में ओबीसी, एससी व एसटी को प्रतिनिधित्व देने पर कोई निर्णय न करना सरकार की मंशा पर प्रश्न चिन्ह लगाता है। उन्होंने मांग की कि महिला आरक्षण को तुरंत प्रभाव से लागू किया जाना चाहिए। इस बिल के तुरंत न लागू होने से महिलाओं में निराशा है। उन्होंने कहा कि जनगणना न कराना सरकार का मनमाना रवैया है। श्री लवली ने मांग की कि दिल्ली विधानसभा में महिलाओं के लिए 2025 विधानसभा चुनाव में 33 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित होना चाहिए।
आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आयोजित एक बैठक में सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी के लिए एक धन्यवाद प्रस्ताव भी पारित किया गया। प्रस्ताव में कहा गया है कि राहुल गांधी ने जिस मजबूती के साथ ओबीसी, एससी व एसटी वर्ग के लिए आंकड़ों के साथ आवाज उठाई है, उसकी आज चौतरफा प्रशंसा हो रही है। प्रस्ताव में यह मांग की गई कि महिला आरक्षण को तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए। आज पार्टी कार्यालय में मौजूद महिला कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर गुस्सा था कि आरक्षण तुरंत लागू नही होगा।
श्री लवली ने कहा कि कांग्रेस पार्टी महिलाओं के प्रति शुरू से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि स्व. शीला दीक्षित को कांग्रेस पार्टी ने लगातार 15 वर्ष तक मुख्यमंत्री बनाए रखा और इतना ही नहीं उनके अलावा मंत्रीमंडल में हमेशा एक महिला मंत्री भी रही। उन्होंने कहा कि 1993 में 14 में से 3 महिला विधायक थीं और 1998 में जिनकी संख्या 8 हो गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली नगर निगम चुनाव में भी सामान्य सीटों पर महिलाओं को चुनाव लड़ाया है। श्री लवली ने कहा कि 2025 में दिल्ली में विधानसभा का चुनाव होना तय है उससे पहले केन्द्र सरकार को दिल्ली विधानसभा में तुरंत 33 प्रतिशत आरक्षण देने की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पूरे देश में 2024 लोकसभा चुनाव में भी आरक्षण की व्यवस्था हो, जिसमें ओबीसी, एससी व एसटी को भी आरक्षण दिया जाऐ।