नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने जी20 शिखर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए दिल्ली-एनसीआर के लोगों के साथ विभिन्न विभागों का धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि असुविधाओं के बावजूद भी लोगों ने समर्थन किया. उत्साह और धैर्य के बिना यह अंतरराष्ट्रीय आयोजन उस पूर्णता के साथ नहीं हो सकता था जैसा कि यह हुआ.उपराज्यपाल ने एनडीएमसी, डीडीए, दिल्ली पुलिस, एनएचएआई, दिल्ली कैंट बोर्ड, पीडब्ल्यूडी, वन विभाग, एमसीडी, डीआईएएल, आईएएफ, एएसआई और अन्य के हजारों कर्मचारियों और अधिकारियों के पिछले कुछ महीनों में किए गए कार्यों के परिणामस्वरूप दिल्ली आने वाले गणमान्य व्यक्तियों के लिए एक अभूतपूर्व स्वच्छ और सुंदर ‘मेज़बान शहर’ बना. उन्होंने ‘रेन गॉड्स’ के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने तापमान के साथ-साथ एयर क्वालिटी इंडेक्स को कम करके अतिथियों के प्रवास को और भी खास बना दिया.उपराज्यपाल वीके सक्सेना पुलिस आयुक्त के संपर्क में रहे, वीवीआईपी, कार-केड मार्गों, यातायात और सार्वजनिक परिवहन पर नजर रखी और सुनिश्चित किया कि प्रतिबंधित क्षेत्र के बाहर के बाजार खुले रहे. दुकानदारों और यात्रियों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े. देर रात तक, उन्हें प्रत्येक गणमान्य व्यक्ति के बारे में सूचित किया गया, जो आईजीआई/पालम हवाई अड्डों से शहर से प्रस्थान कर रहे थे. सुरक्षा के साथ अन्य व्यवस्थाएं अच्छे तरीके से संभालने के लिए उन्होंने दिल्ली पुलिस का भी आभार जताया. साफ-सफाई व्यवस्था के लिए मुख्य सचिव, एनडीएमसी चेयरपर्सन और एमसीडी कमिश्नर के भी संपर्क में एलजी रहे. उन्होंने पिछले दिनों शहर में सड़कों, फुटपाथों और सेंट्रल वर्ज पर लगातार छिड़काव और सफाई के जरिए धूल प्रदूषण को नियंत्रण में रखने की सराहना की. भारत मंडपम स्थल पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित रात्रिभोज के दौरान, बारिश होने लगी और इससे परेशानी होने लगी. पार्किंग में पानी भरने लगा. रात में जगह-जगह पंपिंग सेट चलाकर पानी निकाला गया, जिससे असुविधा न हो. रविवार सुबह भी भारत मंडपम में पार्किंग स्थान पर पानी भर गया, सुबह आईटीपीओ के अधिकारियों से जानकारी मिली तो एक घंटे में पानी निकाल दिया गया. बारिश और हवा के कारण गिरे गमलों के पौधों को तुरंत बदल दिया गया. एनडीएमसी क्षेत्र में पेड़ गिरने की घटनाओं पर तुरंत ध्यान दिया गया. नोजल बंद होने के कारण वाटर फाउंटेन के काम न करने की घटना का तुरंत समाधान किया गया.
पोछा लगवाकर बारिश का पानी सुखाया : विदेशी मेहमान महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट पहुंचे. इस दौरान हल्की बूंदाबांदी हो रही थी. अतिथियों को कोई असुविधा न हो इसके लिए उपराज्यपाल ने कार्यक्रम स्थल पर फर्स को पोंछकर सूखाने का बंदोबस्त किया. अतिथ्यों के आगमन के बीच 90 सेकंड का अंतराल था.