जी20 के मद्देनजर दिल्ली की सड़कों पर पसरा सन्नाटा

नई दिल्ली। जी20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर नई दिल्ली जिले में शुक्रवार सुबह कड़े ट्रैफिक नियम लागू होने के कारण सडक़ों पर सन्नाटा पसरा रहा और प्रमुख स्थलों पर भी आगंतुक नजर नहीं आए। विशेष पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) एस एस यादव ने बताया कि पटेल चौक मेट्रो स्टेशन जी20 में शामिल होने वाले प्रतिनिधियों को ठहराने वाले कुछ होटलों के करीब है और इस स्टेशन पर यात्रियों के पहचान पत्र की जांच की गई। जो लोग क्षेत्र के वास्तविक निवासी नहीं हैं या क्षेत्र में आने का कोई वैध कारण नहीं बता सके, उन्हें वापस जाने के लिए कहा गया। नई दिल्ली स्थित हनुमान मंदिर में लोग नजर नहीं आए। आमतौर पर इस मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। शिखर सम्मेलन की सुरक्षा व्यवस्था के कारण कनॉट प्लेस बाजार और अन्य बाजार बंद थे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिखर सम्मेलन के दौरान कड़ी निगरानी रखने के लिए श्वान दस्ते और घुड़सवार पुलिस के साथ 50,000 से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है। दिल्ली यातायात पुलिस ने 25 अगस्त को जारी एक परामर्श में प्रतिबंधित वाहनों की सूची में मालवाहक वाहनों, बस, ऑटो-रिक्शा और टैक्सी की आवाजाही को शामिल नहीं किया है। लोगों से नियंत्रित यातायात गतिविधि के कारण जितना संभव हो सके मेट्रो सेवाओं का उपयोग करने का आग्रह किया गया है। पुलिस ने लोगों को प्रतिबंध लागू रहने तक शहर में घूमने के लिए नेविगेशन ऐप मैपमायइंडिया का उपयोग करने की सलाह दी है। अधिकारी ने बताया कि चूंकि इंडिया गेट और कर्तव्य पथ नियंत्रित क्षेत्र में आते हैं, इसलिए दिल्ली पुलिस लोगों से अपील करती है कि वे जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान सैर के लिए, साइकिल चलाने या पिकनिक के लिए इस क्षेत्र में नहीं आएं।
रिंग रोड से नई दिल्ली की ओर सडक़ मार्ग पर जाने की अनुमति

रिंग रोड के अंदर के पूरे क्षेत्र को विनियमित क्षेत्र के रूप में नामित किया गया है। इसका मतलब यह है कि केवल वहां के निवासियों, अधिकृत वाहनों, आपातकालीन वाहनों और हवाई अड्डे, पुरानी दिल्ली और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले लोगों को रिंग रोड से आगे नई दिल्ली जिले की ओर सडक़ मार्ग पर जाने की अनुमति होगी। नई दिल्ली जिले में होटलों, अस्पतालों और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के लिए हाउसकीपिंग, खानपान और अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़े वाहनों को भी सत्यापन के बाद आने-जाने की अनुमति दी जाएगी। रविवार दोपहर दो बजे तक लगभग 16 सडक़ों और जंक्शनों को नियंत्रित क्षेत्र दो माना जाएगा।

प्रगति मैदान सुरंग के अंदर 10 सितंबर जाने की अनुमति नहीं
सभी प्रकार के मालवाहक वाहन, वाणिज्यिक वाहन, अंतरराज्ईय बसें और दिल्ली परिवहन निगम और दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम की बसों को मथुरा रोड (आश्रम चौक से आगे), भैरों रोड, पुराना किला रोड और प्रगति मैदान सुरंग के अंदर आठ सितंबर आधी रात से 10 सितंबर रात 11 बजकर 59 मिनट तक जाने की अनुमति नहीं होगी। गाजीपुर बॉर्डर से आने वाली अंतरराज्यीय बसें आईएसबीटी सराय काले खां तक ही जाएंगी, जबकि अप्सरा बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और सिंघू बॉर्डर से आने वाली बसें क्रमश: आईएसबीटी कश्मीरी गेट, आईएसबीटी सराय काले खां, आश्रम चौक, पीरागढ़ी चौक और मुकरबा चौक पर यात्रा समाप्त करेंगी। दिल्ली पुलिस ने लोगों को हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशनों या बस टर्मिनलों तक आने-जाने के लिए मार्ग सुझावों को लेकर जी20 वर्चुअल हेल्प डेस्क पर वास्तविक समय की यातायात जानकारी का पालन करने की सलाह दी है। जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर को आयोजित होगा।

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