जी 20 के दौरान खालिस्तान का मुद्दा उछालने के लिए मेट्रो स्टेशनों पर लिखवाए थे नारे, दो गिरफ्तार

नई दिल्ली। जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान खालिस्तान का मुद्दा उछालने के लिए आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू ने राजधानी दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों पर खालिस्तान समर्थक नारे लिखवाए थे. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने नारे लिखने वाले प्रीतपाल सिंह और राजविंदर सिंह को पंजाब के फरीदकोट जिले से गिरफ्तार किया है. स्पेशल सेल के विशेष आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने बताया कि आरोपी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) से जुड़े हैं. दोनों सोशल मीडिया के जरिए एक साल पहले पन्नू के संपर्क में आए थे. हालांकि इन दोनों का पुराना कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है. दोनों मध्यम दर्जे के किसान परिवार से हैं. पुलिस इनके अन्य साथियों का पता लगाने में जुटी है.

7000 अमेरिकी डॉलर में हुआ था सौदा

कनाडा में बैठे सिख फॉर जस्टिस के मुखिया आतंकी पन्नू से दोनों आरोपी सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में आए थे. दोनों सिगनल एप पर पन्नू से बात करते थे. इस दौरान दिल्ली में आयोजित होने जा रहे जी 20 शिखर सम्मेलन में खालिस्तान का मुद्दा उछलने के लिए पन्नू ने दोनों को खालिस्तान समर्थक नारे लिखने का काम सौंपा. 7000 अमेरिकी डॉलर में सौदा तय हुआ. पन्नू ने वेस्टर्न यूनियन मनी ट्रांसफर के जरिए दोनों को 3500 डॉलर भेज भी दिए थे. इसके बाद दोनों 25 अगस्त को दिल्ली आए और उन जगहों दोनों ने उन जगहों की पहचान की जहां पर आसानी से नारे लिख सकें और वह ज्यादा से ज्यादा लोगों की नजर में आ सके. 26 की रात 11:00 बजे के बाद इन लोगों ने आधा दर्जन मेट्रो स्टेशन की दीवारों पर नारे लिखे.
इन्होंने खालिस्तान जिंदाबाद के साथ-साथ पंजाब भारत का हिस्सा नहीं है और दिल्ली बनेगा खालिस्तान जैसे नारे लिखे थे. शिवाजी पार्क, मादीपुर, महाराजा सूरजमल स्टेडियम और पंजाबी बाग मेट्रो स्टेशन समेत आधा दर्जन मेट्रो स्टेशनों की दीवारों पर यह नारे लिखे गए थे. नारे लिखते समय इन लोगों ने अपने चेहरे ढक रखे थे. दोनों ने दिल्ली से ही स्प्रे पेंट खरीदा था जिससे नारे लिखे गए थे. दोनों 25 अगस्त को पंजाब मेल से दिल्ली और थे. 27 अगस्त को ये वापस पंजाब चलेंगे थे. 27 अगस्त को मामला से आने के बाद मेट्रो पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया था. स्पेशल सेल भी मामले की जांच कर रही है. मेट्रो स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस इन आरोपियों तक पहुंची है. गौरतलब है कि एसएफजे का भगोड़ा आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू अपने इस संगठन के जरिए भारत विरोधी गतिविधियां कर रहा है.

भारत में प्रतिबंधित है एसएफजे 

अमेरिका में वर्ष 2007 में आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने सिख फॉर जस्टिस की शुरुआत की थी. एसएफजे का मुख्य एजेंडा पंजाब में अलग से खालिस्तान बनाने का है. संगठन के जरिए पन्नू अक्सर भारत विरोधी अभियान चलाता रहता है और खालिस्तान की मांग करता रहता है. किसान आंदोलन के दौरान भी आंदोलनकारी को भड़काने में उसका हाथ सामने आया था. खालिस्तान समर्थक भारत में रहकर उसके लिए काम करते हैं और खालिस्तान की मांग उठाते रहते हैं. हालांकि एसएफजे भारत में प्रतिबंधित है और भारत ने इसे एक आतंकी संगठन घोषित कर रखा है.

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