दिल्ली के पांच मार्केट को मिलेगी विश्वस्तरीय पहचान
-जरूरत के हिसाब से किया जाएगा पुनर्विकास एवं सौंदर्यीकरण
नई दिल्ली। दिल्ली की कमला नगर, खारी बावली, लाजपत नगर, सरोजनी नगर और कीर्ति नगर मार्केट को जल्द ही विश्वस्तरीय पहचान मिलेगी। दिल्ली सरकार ने इन मार्केट्स का पुनर्विकास कर दुनिया के सामने एक ब्रैंड के तौर पर पेश करने के लिए काम तेज कर दिया है। आने वाले समय में ये बाजार अपनी नई पहचान के साथ तरक्की की तरफ आगे बढ़ेंगे। सरकार का दावा है कि इनके पुनर्विकास से व्यापार में वृद्धि के साथ ही रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। इन मार्केट्स के पुनर्विकास को लेकर की जा रही पहलों को लेकर बुधवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान उद्योग मंत्री सौरभ भारद्वाज और संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।समीक्षा बैठक में सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिन पांच मार्केट को चुना गया है, उनमें से लाजपत नगर, खारी बावली, कीर्ति नगर और कमला नगर का ज्यादातर एरिया एमसीडी के अधिकार क्षेत्र में है। इसलिए इन मार्केट के पुनर्विकास के लिए एमसीडी को कार्यकारी एजेंसी नियुक्त किया जाएगा। जबकि सरोजनी नगर मार्केट का पुनर्विकास और सौंदर्यीकरण एनडीएमसी के साथ मिलकर किया जाएगा। इन मार्केट की प्राथमिक डिजाइन आर्किटेक्ट द्वारा तैयार किया जा रहा है। सभी मार्केट सुंदर और साफ-सुथरा बनाई जाएंगी, ताकि लोगों को खरीददारी का अच्छा अनुभव मिल सके। सीएम ने बताया कि मार्केट का फाइनल डिजाइन एक प्रतियोगिता के जरिए तय की जाएगी, जिसमें देश और दुनिया के बड़े-बड़े आर्किटेक्चर भाग लेंगे। इस चयनित बाजारों में भौतिक बुनियादी ढांचे जैसे सड़कें, सीवेज, बिजली की व्यवस्था, पार्किंग आदि का पुनर्विकास किया जाएगा। बाजारों की ब्रैंडिंग की जाएगी। इन बाजारों के लिए एक अनूठा ब्रांड विकसित किया जाएगा। दिल्ली के अंदर और बाहर उनकी मार्केटिंग की जाएगी, ताकि दिल्ली के प्रतिष्ठित बाजारों से खरीदारी में ग्राहकों को गर्व महसूस हो।
डिजाइन के लिए आयोजित होगी प्रतियोगिता
अब इन 5 प्रतिष्ठित बाजारों में से प्रत्येक के लिए 6 सप्ताह के अंदर एक डिजाइन प्रतियोगिता शुरू की जाएगी, ताकि भारत, बाहरी देशों व विभिन्न आर्किटेक्चरल या शहरी डिजाइन फर्मों से बेहतर व आउट ऑफ द बॉक्स आइडियाज मिल सकें। 12 सप्ताह के अंदर सबसे बेहतर आर्किटेक्चर टीमों को नियुक्त किया जाएगा, जो इन 5 प्रतिष्ठित बाजारों के पुनर्विकास का काम शुरू करेंगे।