नई दिल्ली। शाहदरा के कृष्णा नगर में मां-बेटी की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। 28 वर्षीय किशन ने अपने साथी 25 वर्षीय अंकित कुमार सिंह के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी किशन निजी कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर के साथ पार्टटाइम ट्यूशन पढ़ाता है। वहीं अंकित संगीतकार है और पार्टियों में गाने गाता है।
डीसीपी रोहित कुमार मीणा ने बताया कि 31 मई की रात पुलिस को कृष्णा नगर के एक फ्लैट से बदबू आने की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां 73 वर्षीय राजरानी और उनकी 39 वर्षीय बेटी गिन्नी का सड़ा हुआ शव मिला। दोनों की गला रेतकर हत्या की गई थी और घर से सामान गायब था। इसके बाद पुलिस ने करीब 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले और आरोपियों को ट्रेस किया। इसी बीच अंकित की लोकेशन तिमारपुर इलाके में मिली और वह लगातार भाग रहा था। वह बिहार और असम भागने की तैयारी में था, लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया।
पुलिस ने आरोपी किशन को पकड़ने के लिए दो हजार किलोमीटर और पांच शहरों में छापेमारी की। आरोपी की लोकेशन दिल्ली, नोएडा, लखनऊ, गोंडा और अयोध्या में मिल रही थी। वह बार-बार लोकेशन बदलने के साथ मोबाइल बंद रख रहा था। वहीं, किशन को जब पता चला कि उत्तर प्रदेश के शहरों में पुलिस उसके पीछे पड़ी है तो वह लखनऊ से कोर्ट में आत्मसमर्पण करने के लिए वापस दिल्ली आया और पुलिस ने उसे कांती नगर इलाके से दबोच लिया।
आरोपी किशन ने बताया कि गिन्नी को ट्यूशन के लिए राजरानी ने उससे संपर्क किया था। अप्रैल से वह ट्यूशन पढ़ाने के लिए उनके घर आने लगा। राजरानी ने किसी काम के लिए उसे अपने बैंक खाते की डिटेल दे दी थी। वह उनके खाते से रुपये ट्रांसफर करने लगा, लेकिन नेटबैंकिंग नहीं होने पर रुपये ट्रांसफर नहीं कर सका। इसके बाद उसने लूट की साजिश रची। वारदात से एक दिन पहले यानी 24 मई को अंकित असम से दिल्ली आया था। इसके बाद दोनों ने रेकी की। लक्ष्मी नगर से चाकू खरीदे और राजरानी के घर पहुंचे। पहले राजरानी फिर उनकी बेटी गिन्नी की गला रेतकर हत्या कर दी। दोनों घर से नकदी और गहने लेकर फरार हो गए। आरोपी किशन लक्ष्मी नगर के मंगल बाजार का रहने वाला है। जबकि अंकित बिहार के सीवान स्थित रुकुंदीपर गांव का रहने वाला है।