नई दिल्ली। मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने शाहदरा साउथ जोन क्षेत्र की 100 ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी-संस्थानों को 100 फीसदी कचरे का पृथकीकरण और निस्तारण करने पर सम्मानित किया। शाहदरा साउथ जोन कार्यालय में बृहस्पतिवार को आयोजित कार्यक्रम में मेयर ने 100 जीरो वेस्ट ग्रुप हाउसिंग सोसायटियों और संस्थानों को ‘सभागिता कॉलोनी’ सर्टिफिकेट प्रदान किए। ग्रुप हाउसिंग सोसायटियों, स्कूलों और गैर सरकारी संगठनों को सम्मानित करने के पीछे निगम का मुख्य उद्देश्य कचरे के बेहतर प्रबंधन में इन कॉलोनियों के योगदान का आभार व्यक्त करना था।
इस समारोह को संबोधित करते हुए मेयर डॉ. ओबरॉय ने कहा कि निगम द्वारा शुरू की गई इस अनूठी पहल से घरों से निकलने वाले कचरे के प्रसंस्करण की समस्या का हल करने में मदद मिलेगी। तीनों लैंडफिल साइटों पर कचरे का दबाव भी कम होगा। एमसीडी की ‘आप’ सरकार दिल्ली में अब नए कूड़े के पहाड़ नहीं बनने देगी। अब हम घरों में ही कूडे का निस्तारण करेंगे। वर्तमान में मौजूद कूडे के पहाड़ों पर दिन रात काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि आरडब्ल्यूए और लोगों की मदद से निगम की ‘आप’ सरकार दिल्ली को कचरा मुक्त बनाने में सफल होगी। भविष्य में और भी सोसाइटी जीरो वेस्ट कॉलोनी बनेंगी। कम्यूनिटी पार्टिसिपेशन के बिना कोई काम नहीं हो सकता है। दिल्ली नगर निगम कचरे की समस्या के समाधान के लिए युद्धस्तर पर हर संभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि मेयर ने दिल्ली के सभी नागरिकों से कूड़े के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने का आह्वान किया।
मच्छरजनित बीमारियों के खिलाफ हाई अलर्ट पर एमसीडी: डॉ. शैली ओबेरॉय
दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने आज ईस्ट पटेल नगर में मच्छरजनित रोगों की रोकथाम के लिए डेंगू-मलेरिया रोधी माह की शुरुआत की है। ईस्ट पटेल नगर स्थित कम्यूनिटी सेंटर में वेक्टर बोर्न डिजीज के संबंध में आज बृहस्पतिवार को जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा कि बारिश के मौसम में दिल्ली नगर निगम की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। मच्छर जनित रोगों की रोकथाम और जल भराव को रोकना निगम की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। सड़कों पर जलभराव को रोकने के लिए दिल्ली नगर निगम हर संभव प्रयास कर रहा है। नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इस संबंध में सभी अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
इस दौरान मेयर ने डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया आदि मच्छरों से होने वाली बीमारियों को रोकने में मदद करने के लिए आरडब्ल्यूए से समर्थन की अपील की। उन्होंने कहा कि टूटे हुए बर्तन, कूलर और गड्ढों में जमा पानी मच्छरों के प्रजनन के संभावित स्रोत हैं। एडीज मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए हमें पानी जमा नहीं होने देना है। डेंगू एक मच्छर जनित बीमारी है और इससे मृत्यु भी हो सकती है।
एमएचओ डॉ. लल्लन वर्मा ने कहा कि बताया कि एमसीडी विभिन्न माध्यमों से मच्छर जनित बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक कर रही है। डेंगू मादा वयस्क एडीज मच्छरों के काटने से फैलती है। एडीज मच्छर छोटे काले रंग के मच्छर होते हैं, जिनके पेट और पैरों पर सफेद धारियां होती हैं। एडीज मच्छर घरों और उसके आस-पास स्थिर जमा पानी में पनपते हैं। इस अवसर पर करोल बाग जोन के उपायुक्त श्री कुमार अभिषेक मौजूद रहे।