नई दिल्ली । जीटीबी एंक्लेव इलाके में लूट का विरोध करने पर कैश कलेक्शन एजेंट की गोली मार कर हत्या के मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शाहदरा जिला पुलिस की स्पेशल स्टाफ टीम ने 800 सीसीटीवी कैमरों की मदद से उत्तर प्रदेश के गोंडा से पकड़ा है। आरोपियों रामतेज वर्मा और रामआशीष वर्मा के पास से एक तमंचा, कारतूस, लूटा गया बैग, 62 हजार रुपये और वारदात के समय पहने हुए कपड़े बरामद किए हैं। वारदात में शामिल एक आरोपी अभी फरार है, पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने बताया कि 12 मई को बदमाशों ने फ्रेंड्स कालोनी औद्योगिक क्षेत्र में लूट का विरोध करने पर कैश कलेक्शन एजेंट दिनेश शर्मा की गोली मार कर हत्या कर दी थी। जीटीबी एंक्लेव थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जिले की चार अन्य टीमों को भी जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई।
34 किलोमीटर में लगे 800 कैमरे जांचे
स्पेशल स्टाफ इंचार्ज इंस्पेक्टर विकास कुमार की टीम ने सीसीटीवी कैमरों को देखना शुरू किया। टीम ने करीब 34 किलोमीटर एरिया में 800 सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई। कैमरों में दोनों बदमाश कैद मिले। बदमाशों के पास हथियार मौजूद थे। दोनों के चेहरे ढके हुए थे। उनकी पहचान नहीं हो पाई। इस दौरान कई बार आरोपी कैमरों की जद से गायब भी हुए, लेकिन आखिर पुलिस उनके ठिकाने तक पहुंच गई। आरोपी वहां से पैदल भागने के बाद कई ई-रिक्शा में सवार हुए थे। इसके बाद पुलिस दरियागंज स्थित अंसारी रोड पर पहुंची। करीब 12 दिनों की पड़ताल के बाद पुलिस उस जगह पहुंच गई, जहां आरोपी ठहरे हुए थे।
गोंडा से लूट के लिए आए थे आरोपी
छानबीन में पता चला कि आरोपी यूपी के गोंडा के रहने वाले हैं और वारदात के बाद वह अपने गांव भाग गए हैं। पुलिस टीम को तुरंत गोंडा भेजा गया। वहां पहुंचने पर ग्रामीणों ने भी डर की वजह से बदमाशों की ज्यादा जानकारी नहीं दी। बस उनके जंगल में रहने का पता चला। जांच में पता चला कि आरोपियों को देसी शराब पीने का शौक है, वह शराब लेने गांव के ठेके के पास आने वाले हैं। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी रामतेज ठेके के पास दबोच लिया। इसके बाद इनको दिल्ली बुलाने और रहने का इंतजाम करने वाले रामआशीष को भी गोंडा से ही गिरफ्तार कर लिया गया। वारदात को रामतेज ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर अंजाम दिया था। राम आशीष दिल्ली में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में नौकरी करता है। उसने ही रामतेज और उसके दोस्तों को लूट के लिए गोंडा से दिल्ली बुलाया था।
चांदनी चौक में थे लूट की योजना
आरोपियों ने बताया कि उन्हें पता था कि चांदनी चौक के कूचा घासीराम में मोटे कैश की लेनदेन होती है। 11 मई को दोनों चांदनी चौक वारदात को अंजाम देने पहुंचे थे। लेकिन उस दिन उनको वहां कोई नहीं मिला। इन लोगों ने सदर बाजार का चक्कर भी काटा था। 12 मई को दोबारा यह कूचा घासीराम पहुंचे, लेकिन उस दिन भी कामयाबी न मिलने पर यह जीटीबी एंक्लेव पहुंचे और वहां दिनेश की हत्या कर लूटपाट कर ली। आरोपियों ने विरोध करने पर दिनेश को पांच गोलियां मारी थी।
पेड चोरी कर बेचते थे आरोपी
पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि रामतेज और उसका साथी शुरुआत में सागवान लकड़ी जंगलों से काटकर चोरी से बेचते थे। बाद में इन लोगों ने हथियारों का धंधा शुरू किया। लेकिन इनका गुजारा नहीं हुआ तो दोनों ने दूसरे राज्यों में जाकर लूटपाट करना शुरू कर दिया। आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद वापस अपने गांव भाग आते थे। यहां आकर भी आरोपी गांव में अपने घरों में न रुककर जंगल में रुकते थे। आरोपी इतने खूंखार हैं कि इन स्थानीय लोग भी इनसे डरते हैं। कई राज्यों की पुलिस टीम जब इनको ढूंढते जाती है तो ग्रामीण डर की वजह से उनकी जानकारी नहीं देते हैं।