अब पानी और सीवर से जुड़ी शिकायतों का होगा शीघ्र निपटारा
-डीजेबी ने शुरू की 'मीट विद एमएलए' नाम की खास मुहिम
नई दिल्ली। पानी और सीवर से जुड़ी शिकायतों के शीघ्र निपटारे के लिए दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) ने ‘मीट विद एमएलए’ नाम की खास मुहिम शुरू की है। डीजेबी उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने बताया कि इस मुहिम का मकसद विधानसभा स्तर पर पानी और सीवर से जुड़ी संबंधित क्षेत्रों की शिकायतों की पहचान करना और शिकायतों का शीघ्र निपटारा करना है। इस मुहिम के तहत अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों से बैठक की जा रही है और क्षेत्रों की पानी- सीवर से जुड़ी शिकायतों का समाधान किया जा रहा है। बुधवार को विधायक कुलदीप कुमार के साथ हुई बैठक में डीजेबी उपाध्यक्ष ने जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोंडली विधानसभा क्षेत्र की सीवर और पानी से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की और अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के दिशा निर्देश दिए। वहीं, बैठक में सोमनाथ भारती ने कोंडली क्षेत्र की जेजे कॉलोनियों की जलापूर्ति में सुधार को लेकर चर्चा की। यहां की जेजे कॉलोनियों में जलापूर्ति को बेहतर करने के लिए आरओ प्लांट्स लगाने का फैसला किया गया। डीजेबी उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को कोंडली की जेजे कॉलोनीयों में आरओ प्लांट लगाने के लिए जगह/ स्थान चिन्हित करने का निर्देश दिया। सोमनाथ भारती ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का निर्देश है कि जेजे कॉलोनियों में जहां भी लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है वहां पर लोगों को पर्याप्त और शुद्ध पानी देने के लिए आरओ प्लांट लगाए जाए। इसलिए कोंडली विधानसभा की जेजे कॉलोनियों के ग्राउंड सर्वे में जगह चयनित होने के बाद जेजे कॉलोनियों में आरओ प्लांट्स लगाने का काम शुरू किया जाएगा। आरओ प्लांट्स लगने से जेजे कॉलोनियों में लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो पाएगा और यहां की जलापूर्ति भी पहले से बेहतर होगी।
कोंडली डब्ल्यूडब्ल्यूटीपी प्रोजेक्ट से होगा 5 एमजीडी पानी का उत्पादन
इस बैठक में पानी का उत्पादन बढ़ाने को लेकर भी चर्चा की गई। पानी का उत्पादन बढ़ाने के लिए पानी के नए स्रोतों को विकसित करने के मद्देनजर कोंडली डब्ल्यूडब्ल्यूटीपी परियोजना पर भी चर्चा की गई। इस परियोजना के तहत कोंडली डब्ल्यूडब्ल्यूटीपी परिसर में डीजेबी द्वारा ट्यूबवेल लगाए जाने है। ट्यूबवेल के पानी को ट्रीट/ साफ करने के लिए आरओ प्लांट भी लगाया जाएगा। इस परियोजना से 5 एमजीडी पानी के उत्पादन का अनुमान है। डीजेबी उपाध्यक्ष ने अधिकारियों से इस परियोजना पर तेजी से काम करने के लिए कहा है ताकि परियोजना को जल्द शुरू किया जा सके और पानी का उत्पादन बढ़ाकर आस-पास के क्षेत्रों की जल आपूर्ति में सुधार किया जा सके।