दिल्ली पुलिस में तैनात चार पुलिसकर्मियों ने दिया लूट की वारदात को अंजाम
- सागरपुर इलाके में 10 अप्रैल की रात आरोपियों ने दिया था वारदात को अंजाम
नई दिल्ली । 10 अप्रैल की रात सागरपुर में हुई एक लूट की वारदात में सागरपुर थाना पुलिस ने जांच के बाद दिल्ली पुलिस में तैनात चार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में विजय वर्मा, दीपक यादव, मंजेश राणा व अंकित कसाना शामिल है। सभी आरोपी कांस्टेबल हैं और 2020 में अनुकंपा के आधार पर पुलिस में भर्ती हुए थे। गिरफ्तार आरोपियों में तीन दिल्ली पुलिस की आठवीं बटालियन व एक पार्लियामेंट स्ट्रीट थाना में तैनात हैं।
पुलिस उपायुक्त मनोज सी ने बताया कि 10 अप्रैल की रात एक कारोबारी ने सागरपुर थाना पुलिस को शिकायत दी थी। पीड़ित कारोबरी ने शिकायत में बताया कि देर रात उनके घर में कुछ लोग दाखिल हुए और खुद दिल्ली पुलिस की साइबर सेल में तैनात पुलिसकर्मी बताया। आरोपियों ने घर में घुसते ही मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने कमरे में रखे करीब 10.50 लाख रुपये लूट लिए। इतना ही नहीं पैसे लेने के बाद जाते समय उन्होंने पीड़ित के गले से सोने की चेन भी लूट ली। बदमाश जब पीड़ित के घर में दाखिल हुए तब एक महिला भी वहां मौजूद थी। बदमाशों के जाने के बाद पीड़ित पक्ष की शिकायत पर सागरपुर थाना एसएचओ इंस्पेक्टर केबी झा की टीम ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले। फुटेज के आधार पर पुलिस ने उस कार का पता लगा लिया, जिसमें आरोपी सवार होकर आए थे। कार के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर पुलिस पहले एक आरोपी तक पहुंची। पुलिस ने उस आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पूछताछ के बाद पुलिस ने बाकि के आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
पूर्व कर्मचारी ने दी थी पुलिसकर्मियों को सूचना
पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि पीड़ित शख्स का क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार है। इनके यहां मनीष नामक शख्स काम कर चुका था। मनीष ने कुछ महीने नौकरी छोड़ दी। इसे यह पता रहता था कि पीड़ित के यहां हमेशा करीब 25 लाख रुपये नकद रहते ही हैं। यह बात इसने अपने साथी चारों पुलिसकर्मियों को बताई। इसके बाद तय हुआ कि धमका कर पीड़ित के यहां से पैसे की लूटपाट की जाएगी। लेकिन जब बदमाशों ने यहां धावा बोला तब उन्हें उम्मीद से काफी कम रकम मिली। जिसके बाद आरोपी जो मिला उसे लूटकर सभी फरार हो गए। बाद में पुलिस ने मनीष को भी दबोच लिया। इस मामले में अब यह पता किया जा रहा है कि क्या आरोपियों ने इसके पहले भी इस तरह से कहीं वारदात अंजाम दिया है। छानबीन जारी है।