सरकार के समर्थन और प्रयास से आयुष उद्योग पिछले 7 वर्षों में 6 गुना बढ़ा है: वैद्य राजेश कोटेचा
-दिल्ली के प्रगति में शुरू हुआ न्यूट्रास्युटिकल उद्योग पर दो दिवसीय मेला
नई दिल्ली। भारत के अग्रणी बी2बी इवेंट आयोजक इन्फोर्मा मार्केट इन इंडिया द्वारा वीटाफूड्स का पहला संस्करण गुरुवार को दिल्ली के प्रगति मैदान में शुरू हुआ। इस कार्यक्रम में घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों के 150 से अधिक ब्रांडों के साथ 60 से अधिक प्रदर्शक उपस्थित रहेंगे।

आयुष मंत्रालय के सचिव, पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा की हम वीटाफूड्स इंडिया के पहले संस्करण के लॉन्च के लिए इन्फोर्मा मार्केट इन इंडिया को बधाई देना चाहते हैं, यह एक ऐसा कदम है देश और दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण हो सकता है। स्वाभाविक रूप से विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक पौधों और जड़ी-बूटियों से समृद्ध, जब न्यूट्रास्यूटिकल्स की बात आती है तो भारत इस क्षेत्र में लाभदायक स्थिति में है। स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर भी हम हम पहले ही भारतीय उपभोक्ता के रुख में सकारात्मक परिवर्तन देख चुके हैं। अब आवश्यकता है वैज्ञानिक उदाहरणों के साथ वास्तविक औषधीय की वकालत करना है और न्यूट्रास्यूटिकल्स का वैज्ञानिक महत्त्व की बात करना है।

उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित वैद्य राजेश कोटेचा, सचिव, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार सम्मिलित हुए और उनके साथ ही प्रवीण मित्तल, वरिष्ठ निदेशक, फिक्की फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, संदीप गुप्ता, मुख्य संस्थापक और निदेशक ईएनएसी विशेषज्ञ न्यूट्रास्युटिकल एडवोकेसी काउंसिल एंडी मेदर, ब्रांड डायरेक्टर-वीटाफूड्स, योगेश मुद्रास, प्रबंध निदेशक इन्फोर्मा मार्केट इन इंडिया और श्री राहुल देशपांडे, वरिष्ठ समूह निदेशक इन्फोर्मा मार्केट इन इंडिया शामिल हुए।
वीटाफूड्स इंडिया के लॉन्च पर, भारत में इन्फोर्मा मार्केट के प्रबंध निदेशक योगेश मुद्रास ने कहा की वैश्विक बाज़ार में 2 प्रतिशत हिस्सेदारी और कंपनियों की सीमित भागीदारी के साथ, भारत के पास न्यूट्रास्यूटिकल्स क्षेत्र में बहुत बड़ा अवसर है। स्वास्थ्य के देखभाल के सिद्धांत, प्राथमिक उपचार और बीमारी के जोखिम को कम करने के लिए न्यूट्रास्यूटिकल्स पर जोर दिया गया, और यह महामारी के बाद और महत्वपूर्ण हो गया है। भारतीय आयुर्वेदिक उपचारों की समृद्ध विरासत और इसके 52 कृषि क्षेत्रों में उगाए गए प्रचुर मात्रा में पौधे और जड़ी-बूटियाँ न्यूट्रास्युटिकल नवाचारों के लिए अवसर प्रदान करते हैं।