आम आदमी पार्टी ने भाजपा कार्यालय का किया घेराव

- हमारे पास वोट संख्या ज्यादा है, भाजपा के पास वोट नहीं हैं इसलिए वह चुनाव से भाग रहे हैं: दुर्गेश पाठक

नई दिल्ली।आम आदमी पार्टी ने भाजपा द्वारा संविधान के खिलाफ जाकर बार-बार मेयर के चुनाव में रुकावट डालने के विरोध में मंगलवार सुबह बीजेपी कार्यालय का घेराव किया। यह प्रदर्शन विधायक सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक और कुलदीप कुमार के नेतृत्व में किया गया। इस दौरान आम आदमी पार्टी के पार्षदों, विधायकों और कार्यकर्ताओं ने एलजी और भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आम आदमी पार्टी इस मामले को सुप्रीम कोर्ट लेकर जाएगी। पार्टी का कहना है कि यह संघर्ष लंबा है और हम इसके लिए तैयार हैं। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी दुनिया की सबसे छोटी पार्टी को कुचलना चाहती है इसलिए अब हम दुनिया के सबसे मजबूत न्यायालय जाएंगे। अब हमें वहीं न्याय मिल सकता है।
इस दौरान आम आदमी पार्टी के वरिष्ट नेता एवं ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज हमने देखा कि सुप्रीम कोर्ट यानी कि देश की सबसे बड़ी अदालत ने यह कहा कि किस तरह से भाजपा गुंडागर्दी करके एमसीडी में अपनी सरकार बनाना चाहती है, जो कि गैरकानूनी और असंवैधानिक है। पीठासीन अधिकारी पर कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट का मामला बनता है। कल हाउस में पीठासीन अधिकारी ने हाईकोर्ट का एक ऑर्डर दिखाते हुए कहा कि इसके आधार पर वोट करेंगे। सच्चाई तो यह है कि ऐसा कोई ऑर्डर मौजूद ही नहीं है। इस प्रकार झूठ बोलना कोर्ट का निरादर है।
हमारे पास कल के सारे वीडियो हैं, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे भाजपा के पार्षदों ने हाउस में शोर मचाना शुरू किया, गुंडागर्दी शुरू की, नारे लगाने शुरू किए और आम आदमी पार्टी के पार्षद चुपचाप अपनी सीटों पर बैठकर मुस्कुरा रहे थे। गुंडागर्दी भी भाजपा वाले करें, नारेबाजी भी वही करें। इसके बाद भाजपा द्वारा नियुक्त की गई पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने हाउस को भंग कर दिया जो पहले से तय था। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने पहले ही बता दिया था कि भाजपा इस बार भी मेयर का चुनाव नहीं कराएगी और वही हुआ। इसका बड़ा सबूत यह है कि भाजपा के अपने सांसद गौतम गंभीर, मनोज तिवारी हाउस में मौजूद नहीं थे। जहां एक-एक वोट के लिए लड़ाई हो रही है, भाजपा के सांसद हाउस में नहीं थे, इसका मतलब साफ है कि यह सब पहले से तय था।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता, विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि कुछ देर पहले मुझे मीडिया के कई साथियों का फोन आया। तब मुझे समझ आया कि भाजपा मेयर का चुनाव क्यों नहीं कराना चाहती है। आज यहां से कुछ ही दूरी पर इनका प्रदर्शन चल रहा है। वहां सिर्फ और सिर्फ 13 पार्षद हैं। इनको डर है कि मेयर का चुनाव हो गया तो कहीं बीजेपी वाले आम आदमी पार्टी को वोट ना दे दें। इनके पार्षद इनके साथ नहीं हैं।
कल हाउस में पीठासीन अधिकारी ने कहा कि एल्डरमैन वोट करेंगे। आजतक के इतिहास में कभी भी एल्डरमैन ने वोटिंग नहीं की है। सबसे शर्म की बात यह है कि पीठासीन अधिकारी ने हाईकोर्ट के एक ऑर्डर की चर्चा करते हुई बोली कि इस ऑर्डर के आधार पर वोट करेंगे। सच्चाई तो यह है कि ऐसा कोई ऑर्डर मौजूद ही नहीं है। पीठासीन अधिकारी ने हाउस में झूठ बोला। यह कोर्ट का निरादर है। देखा जाए तो इसके लिए वह जेल भी जा सकती हैं। हम एल्डरमैन की वोटिंग के लिए भी तैयार हो गए। फिर बोलीं कि तीनों चुनाव एकसाथ कराएंगे। हम उसके लिए भी तैयार हो गए। उन्हें लगा कि आम आदमी पार्टी वाले तो हर चीज के लिए तैयार हैं तो उन्होंने कहा कि ‘आप’ के कुछ ऐसे पार्षद और विधायक हैं जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है, इनको बाहर निकालो। हम इसके लिए भी तैयार हो गए। इसके बाद भाजपा के पार्षदों ने गाली-गलौज शुरू की जो सभी ने देखा।
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