भाजपा को विशाखापटनम के स्टील प्लांट का निजीकरण नहीं करने देंगे: केसीआर
-एलआईसी कर्मी को भी बीआरएस का समर्थन करना चाहिए: केसीआर
खम्मम। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने बुधवार को खम्मम में आयोजित विशाल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार को विशाखापटनम के स्टील प्लांट का निजीकरण नहीं करने देंगे। केसीआर ने कहा कि बीआरएस इस प्लांट के निजीकरण का विरोध करेगी। भाजपा निजीकरण करना चाहती है लेकिन बीआरएस राष्ट्रीयकरण की पक्षधर है। भाजपा ज्यादा वायदे करती है लेकिन जमीन पर काम नहीं दिखता है। बीआरएस सत्ता में आएगी तो प्रत्येक घर में पेय जल पहुंचाएगी।
केसीआर ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा एक समान पार्टी है, सिर्फ एस दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाती है। इसलिए बीआरएस ने दोनों से दूरी बना लिया है। क्षेत्रीय दल एक होकर भाजपा का सामना करेंगे, क्षेत्रीय दलों में एक होकर भाजपा को हराने की क्षमता है। केसीआर द्वारा सरकारी कंपनियों के निजीकरण का विरोध करने के कारण कई राज्यों में इसका असर पड़ेगा जहां केन्द्र सरकार निजीकरण करना चाहती है। इसी क्रम में केसीआर ने कहा कि लाइफ इंस्योरेंस कारपोरेशन (एलआईसी) कर्मचारियों को भी बीआरएस का समर्थन करना चाहिए। बीआरएस ने एलआईसी के निजीकरण का भी विरोध किया है, जो देश भर के एलआईसी कर्मचारियों के हित में है।
केसीआर द्वारा निजीकरण की नीति का विरोध करने से देश भर में इस पर जनसमर्थन मिलना तय है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि देश एक नए मोड़ पर खड़ा है। भाजपा नेताओं ने कभी देश के स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा नहीं लिया, इसलिए देश के गरीबों के कल्याण के लिए इनकी कोई योजना नहीं है। अभी देश में ऐसी सरकार है जिसका स्वतंत्रता संग्राम से लेना देना नहीं है। लेकिन देश के बड़े कारपोरेट घरानों के साथ इनके करीबी संबंध हैं। केन्द्र सरकार न्यायपालिका के काम काज में हस्तक्षेप करने का लगातार प्रयास कर रही है। गरीबों को भोजन कैसे मिलेगा, इसपर कोई चर्चा नहीं हो रही है। थोक बाजार में महंगाई पिछले तीन दशक की तुलना में सबसे ज्यादा है। विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है। गरीबों के कल्याण की योजनाएं कम हो गई है।