आसिफ खान
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम की शुक्रवार को हुई बैठक में जमकर हंगामा हुआ। लात घूंसे चले, मेज टूटी और शपथपत्र फटे। दरअसल हंगामे की शुरूआत मनोनीत पार्षदों को पहले शपथ दिलाने को लेकर हुई। आम आदमी पार्टी के पार्षदों के तीखे विरोध के बीच एमसीडी की पहली बैठक मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव के बिना ही स्थगित कर दी गई। मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए नियुक्त पीठासीन अधिकारी और बीजेपी पार्षद सत्या शर्मा ने बैठक अगली तारीख के लिए स्थगित कर दी।
दरअसल शुक्रवार को निगम के नव निर्वाचित पाषर्दों को शपथ दिलाने और महापौर, उप महापौर और स्टैंडिंग कमिटी के सदस्यों के चुनाव के लिए बैठक बुलाई गई थी। बैठक में पहले 10 मनोनीत पाषर्दों को शपथ दिलाने की प्रक्रिया शुरू किए जाने के साथ ही हंगामा शुरू हो गया। आप के नेता सदन मुकेश गोयल ने आपत्ति जताते हुए कहा कि निगम के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि चुने हुए पाषर्दों से पहले मनोनीत पाषर्दों को शपथ दिलाई जा रही है। इसके बाद आप के कई विधायक और पार्षद नारे लगाते हुए आसन के करीब आ गए। उन्होंने निर्वाचित पार्षदों के बजाय एल्डरमैन को पहले शपथ दिलाने का विरोध किया।
जवाब में बीजेपी पार्षदों ने आप और उसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के बीच दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के सदस्यों पर हाथापाई का आरोप भी लगाया। बैठक की शुरुआत बीजेपी पार्षद सत्या शर्मा को एमसीडी के मेयर और डिप्टी मेयर पद के चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी के रूप में शपथ दिलाने के साथ हुई। शर्मा के एल्डरमैन मनोज कुमार को शपथ लेने के लिए बुलाने पर आप के विधायक और पार्षद विरोध करने लगे। कई विधायक और पार्षद नारे लगाते हुए सदन में आसन के करीब पहुंच गए।
आप पार्षदों के पीठासीन अधिकारी की मेज सहित अन्य मेज पर खड़े होकर नारेबाजी करने के बीच शपथ दिलाने की प्रक्रिया रोक दी गई। बीजेपी के पार्षद भी मेज के आसपास जमा हो गए। इस दौरान उनके और आप पार्षदों के बीच तीखी जुबानी जंग देखने को मिली। पहले सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित की गई थी। दोबारा बैठक शुरू होने पर भी जब हंगामा नहीं थमा तो पीठासीन अधिकारी सत्य शर्मा ने सदन को अगली बैठक के लिए स्थगित कर दिया।