ठंड के साथ बढ़ेगी मधुमेह, अर्थराइटिस, बीपी मरीजों की समस्या
- डॉक्टरों ने दी बच्चों, बुजुर्गों, मरीजों को ठंड से बचाने की सलाह
नई दिल्ली। पारा गिरने के साथ मधुमेह, अर्थराइटिस, बीपी, दिल के मरीजों सहित अन्य की समस्या बढ़ सकती है। डॉक्टरों ने इस दौरान बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों को ठंड से बचाने की सलाह दी है। डॉक्टरों का कहना है कि शीत ऋतु के दौरान आहार-विहार में थोड़ी सी लापरवाही स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है। वहीं मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली में दो जनवरी से तापमान में गिरावट हो सकती है। आशंका है कि अगले दो से तीन दिनों में दिल्ली का न्यूनतम तापमान चार डिग्री तक पहुंच सकता है।
दिल्ली नगर निगम के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरपी पाराशर ने कहा कि ठंड बढ़ने के साथ अस्पताल में खांसी, जुकाम, गले की खराबी, बुखार की शिकायत के साथ मरीज आ रहे हैं। इस दौरान लापरवाही से सांस फूलने, अस्थमा और निमोनिया सहित अन्य रोगों की चपेट में आ सकते हैं। इस दौरान मधुमहे, अर्थराइटिस, उच्च रक्तचाप और दिल के मरीजों को विशेष सावधान रहने की आवश्यकता है।
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इन से करें परहेज
चावल, दही, कढ़ी, गोभी, मटर, मूली, आइसक्रीम, अरहर सहित अन्य ठंडी तासीर की चीजों से परहेज करना चाहिए। इस मौसम में दिन में बिल्कुल भी नहीं सोना चाहिए। तुलसी, अदरक, लौंग, कालीमिर्च, छोटी पीपल, दालचीनी का प्रयोग दूध, चाय या काढ़े के रूप में दिन में दो बार करना चाहिए। तिल, गुड़, दूध उड़द, मूंगफली आदि पोषक पदार्थों का सेवन करें। इस मौसम में जौ के बजाए ज्वार, बाजरा व मक्का का प्रयोग करें। सरसों, बथुआ, पालक, मेथी व मसूर की दाल का प्रयोग करें।