भारी विरोध के चलते कुछ घंटे बाद कांग्रेस में लौटे नवनिर्वाचित पार्षद
-हाथ जोड़कर राहुल गांधी से माफी मांगता हूं: अली मेहंदी
नई दिल्ली। क्षेत्रीय लोगों के भारी विरोध के चलते आम आदमी पार्टी आप में शामिल होने के कुछ घंटे बाद ही दो नवनिर्वाचित पार्षदों और नेता अली मेहंदी ने कांग्रेस में घर वापसी कर ली और सभी से माफी मांगी। दिन में आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाले उपाध्यक्ष अली मेहंदी समेत दोनों पार्षदों ने रात में ऐलान किया कि उनसे गलती हुई है और वे वापस कांग्रेस में लौट आए हैं। नव-निर्वाचित पार्षद सबिला बेगम को शुक्रवार की रात करीब दो बजे पार्टी के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी द्वारा उन्हें फिर से शामिल किया गया। इससे पहले गुस्साए लोगों ने अली मेहंदी का पुतला भी फूंका, निवास को घेर लिया और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करते हुए मेहदी ने कहा कि उन्होंने आप में शामिल होकर गलती की। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस और राहुल गांधी के वफादार कार्यकर्ता हैं। मेहंदी ने वीडियो में कहा कि मैंने बड़ी गलती की। मैं अपनी गलती स्वीकार करता हूं और हाथ जोड़कर राहुल गांधी से माफी मांगता हूं। इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी ने ट्वीट किया, रात के दो बज रहे हैं और कांग्रेस के चिह्न पर मुस्तफाबाद से जीते पार्षद फिर से कांग्रेस में लौट आए, धोखा देकर उन्हें आम आदमी पार्टी में शामिल कराया गया था। महज चंद घंटे में उन्होंने अपनी भूल सुधारी और अभी फिर से कांग्रेस का हिस्सा बन गए। बता दें कि मेहंदी और दो नवनिर्वाचित पार्षद-सबीला बेगम व नाजिया खातून शुक्रवार को आप में शामिल हो गई थीं। सबीला ने वार्ड नंबर 243 मुस्तफाबाद से जीत दर्ज की थी जबकि खातून ने वार्ड नंबर 245 ब्रजपुरी से जीत हासिल की थी। इन लोगों के आप में शामिल होने के बाद मुस्तफाबाद के निवासियों ने प्रदर्शन किया था। सोशल मीडिया पर आए प्रदर्शनों के वीडियो में लोग मेहंदी के खिलाफ नारे लगाते तथा उनका पुतला जलाते दिखे। कांग्रेस की दिल्ली इकाई के उपाध्यक्ष मुदित अग्रवाल ने आरोप लगाया था कि आप, पार्टी के कुछ अन्य पार्षदों को भी प्रलोभन देने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस में लौटने की घोषणा करने के बाद मेहदी ने कहा कि जिन इलाकों से यह पार्षद जीतीं, वहां लोगों ने मुझे और मेरे पिता को वोट दिया, न कि किसी पार्टी को। वे हम पर और हमारे काम पर यकीन करते हैं, इसलिए आप ने हमसे संपर्क किया। मेरी एक ही चिंता थी कि इलाके में विकास कार्य होने चाहिए। मेरे पिता बहुत लंबे वक्त तक इस इलाके से विधायक रहे लेकिन जब भाजपा ने विधानसभा सीट जीती तो सभी विकास कार्य रुक गए। मेहंदी ने कहा कि उन्होंने आप में शामिल होने का बेवकूफाना कदम इस उम्मीद में उठाया कि इलाके में काम में तेजी आएगी। कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं भावुक हो गया था, लेकिन आप में शामिल होने के बाद मुझे एहसास हुआ कि वे हमें विकास कार्यों के लिए निधि मुहैया करा सकते हैं लेकिन अल्पसंख्यक मुद्दों पर उनका रुख नहीं बदला है। मेरे निर्वाचन क्षेत्र के लोगों ने मुझे बताया कि हमारी लड़ाई केवल विकास के लिए नहीं बल्कि अस्तित्व के लिए भी है। मैं राहुल गांधी और कांग्रेस को छोड़ नहीं पाऊंगा। उन्होंने दावा किया कि आप में शामिल होने के बाद जिन लोगों ने प्रदर्शन किया वे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के कार्यकर्ता थे जो इसलिए निराश थे कि उनकी पार्टी नगर निगम चुनाव में करीब 8,000 वोटों से हार गई।