संदीप बिश्नोई की हत्या का बदला लेने के लिए बना रहा था योजना,शूटर गिरफ्तार
शूटर को गिरफ्तार करने के बाद गैंगवार को टालने का है दावा
शूटर को गिरफ्तार करने के बाद गैंगवार को टालने का है दावा
नई दिल्ली। संदीप बिश्नोई की हत्या का दीपक उर्फ दीप्ति गैंग से बदला लेने के लिए योजना बना रहे संदीप बिश्नोई गैंग के शूटर को जयपुर-दिल्ली हाइवे के रजोकरी के पास से स्पेशल सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद स्पेशल सेल की टीम ने संदीप बिश्नोई उर्फ सेठी और दीप्तिगैंग के बीच गैंगवार टालने का दावा किया है। गिरफ्तार शूटर की पहचान जिंद हरियाणा निवासी हरीओम(30) के तौर पर हुआ है। उसके पास से तीन पिस्टल और 50 जिंदा कारतूस बरामद हुआ है। हरिओम पहले से हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती, शस्त्र अधिनियम समेत 15 जघन्य मामलों में शामिल रहा है।
डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि 9 सितंबर को हिसार हरियाणा के गैंगस्टर संदीप बिश्नोई उर्फ सेठी गैंग के अन्य सदस्यों के साथ एक हत्या के मामले में सुनवाई में भाग लेने के लिए नागौर कोर्ट (राजस्थान) गया था। इस दौरान उसे 9 बार गोली मार हत्या कर दी गई थी। इसमें उसके दो साथी भी घायल हो गये थे। इस हत्याकांड का वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। 19 सितंबर को कौशल चौधरी गिरोह और 20 सितंबर को पंजाब के दविंदर बंबिहा गिरोह ने सोशल मीडिया पर अलग-अलग पोस्ट साझा कर इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। लेकिन 20 सितंबर को दीपक उर्फ दीप्ति गिरोह ने दोनों गिरोहों के दावे को खारिज कर दिया और अपने गिरोह के सदस्य संदीप गोदारा की हत्या का बदला लेने के रूप में इस हत्या की जिम्मेदारी ली। 22 सितंबर 2015 को संदीप गोदारा की हत्या हुई थी। तब से स्पेशल सेल टीम गैंगवार की आशंका थी। वहीं स्पेशल सेल को सूचना मिली कि संदीप बिश्नोई उर्फ सेठी गिरोह का हरिओम कौशिक अपने गिरोह के मुखिया संदीप बिश्नोई की हत्या का बदला लेने के लिए दिल्ली और अन्य राज्यों के गिरोहों से संपर्क कर रहा है। इसी बीच आठ अक्तूबर को मुखबिर ने यह भी सूचना मिली कि हरिओम कौशिक अपने गिरोह का सदस्य से मिलने के लिए दिल्ली/जयपुर हाईवे, रजोकरी में आने वाला है। सूचना के बाद इंंस्पेक्टर रविंदर कुमार त्यागी और अजित सिंह के नेतृत्व में टीम बनाई गई और ट्रैप लगाया गया। जहां पर हाथापाई के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में हरीओम ने बताया कि 2013 से ही हिसार में कॉलेज में उसकी संदीप बिश्नोई से उसकी गहरी दोस्ती थी। उसी के कॉलेज में पढऩे वाले दीपक उर्फ दीप्ति से संदीप बिश्नोई दुश्मनी थी। 2015 में हरिओम और संदीप बिश्नोई का दीपक उर्फ दीप्ति के करीबी संदीप गोदारा के साथ झगड़ा हुआ था। इस लड़ाई के दीपक,संदीप गोदरा और उसके साथियों ने उनके नाबालिग साथी की हत्या कर दी थी। तब हरिओम ने संदीप बिश्नोई और गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर नरेश, धर्मबीर, अजय उर्फ चम्मी और सुंदर की हत्या कर दी। संदीप गोदारा की भी 22 सितंबर 2015 उन्होंने हत्या कर दी। इस हत्या के बाद वह हिसार से भाग जोधपुर (राजस्थान) में रहने लगे और वहां से लूट, कार-जैकिंग, जबरन वसूली का ध्ंाधा करने लगा।