नई दिल्ली। दिल्ली के प्रतिष्ठित नवहिंद स्कूल के 69वें स्थापना दिवस पर विभिन्न प्रदेशों के लोक नृत्य के माध्यम से बच्चों ने अनेकता में एकता का संदेश दिया। इस अवसर पर चेयरमैन कीर्ति शर्मा ने बताया नवहिंद एजुकेशनल सोसायटी के अंतर्गत नवहिंद गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल की स्थापना सन् 1953 में हुई। इसकी आधारशिला तत्कालीन भारत के राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा रखी गई। विद्यालय की प्रथम चेयरपर्सन स्वतंत्रता सेनानी सुचेता कृपलानी बनी जो भारत की प्रथम उत्तर प्रदेश की महिला मुख्यमंत्री रही। पिछले 70 वर्षों में इस विद्यालय से पढ़कर अनेक विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों में वरिष्ठ पदों पर पहुंचे और राष्ट्र की प्रगति में सहभागी बने। इस अवसर पर मुख्य अतिथि उद्योगपति अनिल सरीन ने अपने वक्तव्य में कहा कि उद्योग जगत को शिक्षा संस्थानों को आर्थिक और विद्यार्थियों के प्रशिक्षण में सहयोग कर समाज व राष्ट्र के प्रति अपने दायित्व को निभाना चाहिए। शिक्षा उद्योग जगत की आवश्यकता के अनुकूल हो इस बात पर विशेष आग्रह किया। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डिप्टी कमिश्नर शशांका अला ने विद्यार्थियों को बताया कि जीवन में सफलता का आधार परिश्रम, अनुशासन और अपने लक्ष्य की स्पष्टता है। शिक्षा में विद्यार्थियों के बीच में समरसता होना बहुत आवश्यक है ताकि आपस में आर्थिक भेद न हो। करोलबाग के विधायक विशेष रवि और कई विद्यालयों के चेयरमैन व समाज के प्रतिष्ठित लोगों ने विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम की भरपूर सराहना की। स्कूल सचिव राकेश भल्ला ने अतिथियों का धन्यवाद प्रस्तुत किया।